Top up Home Loan : अपना घर हर किसी का सपना होता है। ज्यादातर लोग घर खरीदने के लिए होम लोन लेते हैं। होम लोन सबसे लंबी अवधि का लोन होता है। ऐसे में आपको लॉन्ग टर्म में काफी अधिक ब्याज चुकाना होता है। इसलिए होम लोन लेने से पहले एक बार विभिन्न बैंकों के ऑफर्स चेक कर लेने चाहिए और जहां सबसे किफायती लगे वहीं से ही होम लोन लेना चाहिए। होम लोन ग्राहकों को कई बार घर खरीदने या बनाने में या इससे इतर दूसरे कामों के लिये पैसों की जरूरत पड़ जाती है। ऐसे में महंगा पर्सनल लोन लेने के बजाय ये ग्राहक टॉप अप होम लोन ले सकते हैं। यहां आपको कम ब्याज दर का फायदा मिल जाता है। यह होम लोन उन ग्राहकों के लिए होता है, जिनके पास पहले से होम लोन हो। आइए जानते हैं कि टॉप-अप होम लोन के क्या-क्या फायदे हैं और इसे कब लेना चाहिए।
टॉप-अप होम लोन के हैं ये खास फायदे
- बहुत बार होम लोन के अलावा भी कुछ अतिरिक्त खर्चे आ जाते हैं। होम लोन टॉप अप इन खर्चों को पूरा कर सकता है।
- टॉप अप होम लोन आपके कर्ज को मैनेज करने का एक अफोर्डेबल सोल्यूशन है।
- टॉप-अप होम लोन से ग्राहक अपने मौजूदा लोन अमाउंट के अलावा और कर्ज ले सकते हैं।
- अगर आप पुनर्भुगतान के लिए कम अवधि चुनते हैं, तो टॉप-अप होम लोन्स ग्राहकों के लिए काफी फायदेमंद हैं।
- टॉप अप लोन पर ग्राहक को अपने मौजूदा कर्जदाता से अच्छी डील मिल जाती है। इससे आपकी कर्ज लेने की कुल लागत घट जाती है।
- टॉप-अप होम लोन की अवधि अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग होती है। उदाहरण के लिए भारतीय स्टेट बैंक 30 साल तक की अवधि के लिए टॉप-अप होम लोन देता है।
- टॉप अप होम लोन पर ब्याज दर आमतौर पर रेगुलर होम लोन की रेट्स से थोड़ी अधिक होती है। यह रेट ग्राहक की प्रोफाइल पर भी निर्भर करती हैं।
- होम लोन और टॉप-अप होम लोन की रेट्स के बीच अंतर आमतौर से 1 से 2 फीसदी के बीच होता है।
- अगर ग्राहक बिना कोई EMI मिस किये 12 महीने तक होम लोन का पुनर्भुगतान कर देता है, तो वह होम लोन टॉप-अप लेने के योग्य हो जाता है।
- बैंक द्वारा सेंक्शन होने वाली रकम रेगुलर होम लोन में पुनर्भुगतान की गई मंथली इन्स्टॉलमेंट पर भी निर्भर करेगी। इससे आपको पर्सनल लोन के लिए अलग से आवेदन नहीं करना पड़ेगा।