Top up Home Loan : क्या बैंक की तरफ से आपको कभी टॉप-अप होम लोन ऑफर किया गया है? नाम से पता चलता है कि यह होम लोन से जुड़ा कोई कर्ज है। आइए जानते हैं कि यह क्या होता है और इसके क्या फायदे हैं। दरअसल, होम लोन ग्राहकों को कई बार घर खरीदने या बनाने में या इससे इतर दूसरे कामों के लिये पैसों की जरूरत पड़ जाती है। ऐसे में महंगा पर्सनल लोन लेने के बजाय ये ग्राहक टॉप अप होम लोन ले सकते हैं।
ब्याज दर रहती है कम
टॉप-अप होम लोन में ब्याज दर कम रहती है। साथ ही ग्राहक को अच्छी डील भी मिल जाती है। टॉप-अप होम लोन उन ग्राहकों को ऑफर होता है, जिन्होंने पहले से होम लोन लिया हुआ हो। आपको होम लोन के अलावा अतिरिक्त पैसों की जरूरत पड़ जाती है, तो टॉप-अप होम लोन एक अच्छा विकल्प रहता है।
टॉप-अप होम लोन के फायदे
- टॉप अप लोन पर ग्राहक को अपने मौजूदा कर्जदाता से अच्छी डील मिल जाती है। इससे आपकी कर्ज लेने की कुल लागत घट जाती है।
- टॉप-अप होम लोन से ग्राहक अपने मौजूदा लोन अमाउंट के अलावा और कर्ज ले सकते हैं।
- अगर ग्राहक बिना कोई EMI मिस किये 12 महीने तक होम लोन का पुनर्भुगतान कर देता है, तो वह होम लोन टॉप-अप लेने के योग्य हो जाता है।
- अगर आप पुनर्भुगतान के लिए कम अवधि चुनते हैं, तो टॉप-अप होम लोन्स ग्राहकों के लिए काफी फायदेमंद हैं।
- बहुत बार होम लोन के अलावा भी कुछ अतिरिक्त खर्चे आ जाते हैं। होम लोन टॉप अप इन खर्चों को पूरा कर सकता है।
- टॉप अप होम लोन आपके कर्ज को मैनेज करने का एक अफोर्डेबल सोल्यूशन है।
- टॉप अप होम लोन पर ब्याज दर आमतौर पर रेगुलर होम लोन की रेट्स से थोड़ी अधिक होती है। यह रेट ग्राहक की प्रोफाइल पर भी निर्भर करती हैं।
- बैंक द्वारा सेंक्शन होने वाली रकम रेगुलर होम लोन में पुनर्भुगतान की गई मंथली इन्स्टॉलमेंट पर भी निर्भर करेगी। इससे आपको पर्सनल लोन के लिए अलग से आवेदन नहीं करना पड़ेगा।
- होम लोन और टॉप-अप होम लोन की रेट्स के बीच अंतर आमतौर से 1 से 2 फीसदी के बीच होता है।
- टॉप-अप होम लोन की अवधि अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग होती है। उदाहरण के लिए भारतीय स्टेट बैंक 30 साल तक की अवधि के लिए टॉप-अप होम लोन देता है।