तेजी से बदलती जीवनशैली में क्रेडिट कार्ड सिर्फ प्लास्टिक के टुकड़ों से कहीं अधिक विश्वसनीय साथी बन गया है। इमरजेंसी में क्रेडिट कार्ड बड़ा साथी बनकर उभरा है। क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वाले लोगों के बीच अक्सर एक उलझन रहती है कि क्या उन्हें अपनी क्रेडिट लिमिट स्थिर रखनी चाहिए या अपने बढ़ते खर्चों को पूरा करने के लिए समय—समय लिमिट को बढ़ाना चाहिए। अगर बढ़ाना चाहिए तो उसका सबसे सही समय क्या होगा? आइए इन सवालों के जवाब देते हैं।
इनकम और क्रेडिट स्कोर
अगर आपका हाल ही में वेतन बढ़ा है या जल्द ही वेतन वृद्धि की उम्मीद है तो आप क्रेडिट सीमा बढ़ाने की सोच सकते हैं। यह क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का सही समय होता है। अधिक आय का मतलब अक्सर अधिक खर्च होता है, और उच्च क्रेडिट सीमा चीजों को संतुलन में रखने में मदद कर सकती है। इसलिए जब आपकी सैलरी या इनकम बढ़े तब ही क्रेडिट लिमिट बढ़ाने की सोचे।
लिमिट बार-बार क्रॉस हो रहा हो
अगर आप पाते हैं कि आप रेगुलर रूप से अपनी क्रेडिट कार्ड लिमिट को पार कर रहे हैं तो आप लिमिट बढ़ाने की सोच सकते हैं। आप अपने क्रेडिट कार्ड इश्यू करने वाली कंपनी से लिमिट बढ़ाने का अनुरोध कर सकते हैं। कंपनी आपके लेनदेन हिस्ट्री, क्रेडिट स्कोर और इनकम को देखते हुए क्रेडिट लिमिट बढ़ाने पर फैसला लेगी।
सावधानी से फैसला लें
आपके क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाना एक बड़ा कदम है जिस पर सावधानी और विचारपूर्वक विचार किया जाना चाहिए। अपनी वित्तीय स्थिति को समझकर आप वित्तीय रूप से समझदार रहते हुए अपने क्रेडिट कार्ड संबंध की लिमिट बढ़ा सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के फायदे
- आपके क्रेडिट उपयोग को कम करता है।
- लोन और एडिशनल क्रेडिट प्राप्त करने में मदद करता है।
- आपातकालीन स्थिति में मदद करता है।
- आपको अधिक रिवॉर्ड प्वाइंट प्राप्त करने में मदद करता है।
- आपको आसानी से बड़ी खरीदारी कर पाते हैं।
- संकट के समय पैसे की जरूरत को पूरा करता है।