जिन लोगों को शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी होती है वह इसमें निवेश कर किसी भी रकम को 2 गुना 4 गुना या इससे अधिक तक बढ़ा सकते हैं। यह काफी जोखिम भरा होता है। नए लोग इसमें निवेश करने से डरते हैं। जिन लोगों को शेयर बाजार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है वह भी इसमें निवेश कर कमाई कर सकते हैं। उनके लिए म्यूचुअल फंड्स है। इसमें निवेश करने के बाद प्रशिक्षित लोग इन पैसों को शेयर बाजार और अलग-अलग जगह लगाकर इससे कमाई करवाते हैं। इसके बदले निवेशक को फीस के रूप में कुछ पैसे देने होते हैं। अगर आप भी इसमें निवेश करने जा रहे हैं तो म्यूचुअल फंड NVA कैलकुलेशन क्या होता है और इसके क्या फायदे हैं यह जरूर जानें।
म्यूचुअल फंड NAV क्या है
म्यूचुअल में लोग निवेश करने के बाद बाजार की चाल और शेयर्स पर नजर बनाकर रखते हैं। अगर आप भी इसमें निवेश कर रहे हैं तो NAV यानी नेट एसेट वैल्यू को बहुत ही ज्यादा बारीकी से समझने की जरूरत है। पूरी तरह से इसकी जानकारी होने के बाद लोग निवेश करने पर किसी भी रकम को कई गुना तक बढ़ा सकते हैं। नेट ऐसेट वैल्यू यानी NAV का मतलब सीधे तौर पर बाजार में निवेश मूल्यों पर होता है। म्यूचुअल फंड में निवेश करने के बाद प्रति यूनिट के आधार पर इसकी गणना करते हैं।
म्यूचुअल फंड NAV कैसे कैलकुलेट करें
म्यूचल फंड NVA को क्यों कैलकुलेट करें यह तो आप समझ ही गए होंगे। अब म्यूचल फंड NVA कैलकुलेशन का फार्मूला लगाकर इसे आसानी से यूनिट के अनुसार निकाल सकते हैं। इसके लिए फंड के सभी शेयर और रकम को बाजार मूल्य के अनुसार जोड़ते हैं। इसके बाद इसे देनदारी को घटाने के बाद बचे हुए नंबर को यूनिट की कुल संख्या से भाग देकर NAV निकलते हैं। NAV = (Assets-Liabilities) / Total Number of Units
आपको बताते चलें कि कोई भी मैनेजमेंट कंपनी NAV कैलकुलेशन प्रत्येक दिन बाजार बंद होने के बाद करती है।
Mutual Fund Units = Investment ÷ NAV
म्यूचुअल फंड NAV के फायदे क्या हैं
म्यूचुअल फंड NVA कैलकुलेट करने के बाद यूनिट के बारे में भी जान लें तो बेहतर है। आपको बताते चलें कि इसकी बेस वैल्यू 10 रुपये या फिर 100 रुपये हो सकती है। पोर्टफोलियो में मौजूद शेयर्स और फंड के की कीमत के अनुसार NAV कम या ज्यादा हो सकता है। इसे कैलकुलेट करने के कई फायदे हैं। इसके आधार पर ही आप यह तय कर सकते हैं कि म्यूचुअल फंड में आगे चलकर कितना मुनाफा हो सकता है।