Joint Life Policy: ज्वॉइंट पॉलिसी एक ऐसी सुविधा है, जिसमें एक पॉलिसी के तहत दो लोगों को कवर मिलता है। ये टर्म प्लान के बिल्कुल अलग होता है। टर्म प्लान में किसी एक इंसान को कवर मिलता है, लेकिन ज्वॉइंट पॉलिसी में दोनों लोगों के कवर की सुविधा होती है। अब आपके जेहन में ये सवाल जरूर उठ रहे होंगे कि क्या ज्वाइंट पॉलिसी लेना जरूरी है और इसे लेने के क्या फायदे होते हैं। आइए आज आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
ज्वाइंट प्लान की अवधि 10 से तीन साल तक की हो सकती है। इसका प्रीमियम उम्र और पार्टनर्स की सेहत के आधार पर तय होता है। अगर कोई दंपत्ति कम आयु में ज्वॉइंट पॉलिसी लेती है तो उसे प्रीमियम की कम राशि चुकानी पड़ती है। यदि इस पॉलिसी में आने वाले किसी एक इंसान की मृत्यु हो जाती है तो दूसरे जीवित व्यक्ति को पूरा कवर मिल जाता है।
ज्वॉइंट पॉलिसी से जुड़ी खास बातें-
कम भगतान और ज्यादा फायदा
दो एन्डॉर्मेंट या एकल पॉलिसी की जगह ज्वॉइंट पॉलिसी लेना ज्यादा फायदेमंद होता है। इसमें न केवल प्रीमियम की राशि का कम भुगतान करना पड़ता है, बल्कि कवर भी ज्यादा मिल जाता है।
किसी पर निर्भर न रहें
ज्वॉइंट पॉलिसी में अगर किसी एक इंसान की आकस्मित मृत्यु हो जाए तो उसके पार्टनर को अपने रिश्तेदारों या बाहरी लोगों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। उदाहरण के लिए अगर पति की मृत्यु हो जाती है तो पत्नी मृत्यु के बाद भी आत्मनिर्भर बनी रहेगी। ऐसी स्थिति में ज्वॉइंट पॉलिसी दूसरे पार्टनर को पूर्ण वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।
लोन कवर की सुरक्षा
यदि आप ज्वॉइंट टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन का बीमा कवर पाना चाहते हैं तो यहां आपको इसकी भी सुविधा मिलती है। ज्वॉइंट पॉलिसी में किसी एक शख्स की मृत्यु हो जाने पर इंश्योरेंस कंपनी से मिलने वाला कर्ज या लोन चुकाने में मददगार साबित होगा।
ज्वॉइंट पॉलिसी को खत्म करने की सुविधा
अक्सर आगे चलकर लोगों में आपसी मनमुटाव हो जाता है या उनका तलाक हो जाता है, जिसके चलते वे ज्वॉइंट पॉलिसी में भुगतान करना जारी नहीं रखना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में आप ज्वॉइंट पॉलिसी को एक निश्चित अवधि के बाद एकल पॉलिसी में भी कन्वर्ट करवा सकते हैं।