अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) के तौर पर निवेशक नए स्टार्टअप में निवेश करते हैं। उन्हें उम्मीद होती है की से इससे ज्यादा पैसा कमा सकेंगे। वैसे कई लोग कमाई भी कर लेते हैं। लेकिन बगैर परफॉर्मेंस का आंकलन किए बगैर निवेश करना काफी जोखिम भरा हो सकता है। बीते वर्ष AIF को लेकर SEBI की तरफ से एक सर्कुलर भी जारी किया गया था। जिसके जरिए लोग सावधान हो सके और नए निवेशकों को अलग से चेतावनी भी दी गई थी। अगर आप भी इसमें निवेश करने वाले हैं तो परफॉर्मेंस का आंकलन कैसे करें इसके बारे में जरूर जानें।
अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) क्या है?
अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड को भारत में ही बनाया गया है। निजी निवेश को साथ में लेकर चलने में ये फंड काफी सहायक होता है। इसकी ट्रेडिंग खुले बाजार में नहीं होते हैं। इसपर SEBI नजर बना कर रखते है। इसके अलावा रेग्यूलेट करने का काम भी SEBI का है। वहीं अगर अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड में शामिल अन्य पहलुओं की बात करें तो इसमें नए स्टार्टअप्स, रियल स्टेट, और कई तरह के निवेश शामिल होते हैं। इसके माध्यम से स्टार्टअप हेज फंड और PIPE फंड में निवेश करना बहुत आसान है।
छोटे निवेशक सोच समझ कर करें निवेश
अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड में कम से कम 1 करोड़ रुपये तक निवेश कर सकते हैं। छोटे निवेशक इसमें निवेश करने से पहले काफी सोच विचार कर किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से सलाह लिए बगैर निवेश करने से बचें। डायवर्सिफिकेशन के लिए बड़े निवेशक AIF को अपनाते हैं। इसे 3 अलग-अलग कैटेगरी में डिवाइड किया गया है। इस स्कीम में निवेशकों के द्वारा इकट्ठा किए गए पैसों के लाभ अर्जित के लिए निवेश कर पहले ही निर्धारण कर लेते हैं कि इसे कहां खर्च किया जाए।
अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) के परफॉर्मेंस का आकलन है जरूरी
अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड में निवेश करने से पहले पिछले रिकॉर्ड के ऊपर एक नजर जरूर डालें। परफॉर्मेंस को देखते हुए ही इसमें निवेश करें। इसके लिए लगभग बीते 4 से 5 वर्ष में कितने रुपए की कमाई हुई है और कंपनी प्रोग्रेस कर पा रही है या नहीं इसे ध्यान से चेक करना ना भूलें। इसके अलावा और भी कई तरह के ट्रैक रिकॉर्ड है जिसे आप पहले ही देख कर यह सुनिश्चित कर लें कि इससे आगे चलकर आपको कमाई होने वाली है या नहीं। इसमें निवेश करने से पहले किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से सलाह जरूर लें।