हमारे देश में निवेश के लिए कई ऑप्शन मौजूद हैं। आमतौर पर निवेश के लिए लोगों का ध्यान सबसे पहले बैंक एफडी पर जाता है, जहां फिक्स और गारंटीड रिटर्न मिलता है। बैंक एफडी के बाद लोग म्यूचुअल फंड्स की ओर रुख करते हैं, जहां शेयर बाजार में होने वाली हलचल का काफी ज्यादा रिस्क होता है। बैंक एफडी में कम रिटर्न और कम रिस्क है, वहीं म्यूचुअल फंड्स में ज्यादा रिटर्न और ज्यादा रिस्क भी है।
अब यहां एक बड़ा सवाल आता है कि क्या हमारे पास ऐसा कोई ऑप्शन है जहां मध्यम रिटर्न और मध्यम रिस्क हो- यानी एफडी से ज्यादा रिटर्न और म्यूचुअल फंड्स से कम रिस्क। तो इस सवाल का जवाब है- हां। अगर आप निवेश के लिए किसी ऐसे ऑप्शन की तलाश कर रहे हैं, जहां एफडी से ज्यादा रिटर्न और म्यूचुअल फंड से कम रिस्क हो तो ऐसे में आपके लिए सबसे अच्छा ऑप्शन है- बॉन्ड।
बॉन्ड क्या है
बॉन्ड एक फिक्स रिटर्न वाला इनकम सोर्स है। सरकारों के अलावा प्राइवेट कंपनियां भी बॉन्ड जारी करते हैं। जब सरकार या किसी प्राइवेट कंपनी को पैसों की जरूरत होती है तो वे बॉन्ड जारी करते हैं। ये बॉन्ड एक फिक्स रिटर्न रेट और फिक्स टेन्यॉर यानी अवधि के साथ आते हैं।
क्या बॉन्ड में निवेश करना फायदेमंद है
भारत में बॉन्ड जारी करने वाली कंपनियां आमतौर पर अपनी जरूरत के आधार पर 7 से 14 प्रतिशत के बीच रिटर्न ऑफर करती हैं। कंपनियों द्वारा ऑफर किया जाने वाला ये फिक्स रिटर्न होता है, यानी आपको निवेश पर एक फिक्स रिटर्न प्राप्त होगा। आंकड़े बताते हैं कि निवेशकों ने बॉन्ड में निवेश कर 9 प्रतिशत से 12 प्रतिशत तक का रिटर्न प्राप्त किया है। यानी इसमें आपको बैंक एफडी की तुलना में काफी अच्छा रिटर्न मिल जाता है।
क्या बॉन्ड में पैसा लगाना सुरक्षित है
रिस्क के लिहाज से बॉन्ड दो तरह के होते हैं- सिक्यॉर्ड बॉन्ड और अनसिक्यॉर्ड बॉन्ड। सिक्यॉर्ड बॉन्ड पूरी तरह से सुरक्षित होते हैं और इनमें निवेश करना पूरी तरह से सुरक्षित होता है। दरअसल, इस तरह के बॉन्ड कोलेटरल के साथ आते हैं। यानी कंपनी आपसे जो पैसे ले रही है, उसे चुकाने के लिए सुरक्षा के रूप में कुछ न कुछ गिरवी रखती है, जिसे डिफॉल्ट जैसी परिस्थितियों में जब्त किया जा सकता है। जबकि अनसिक्यॉर्ड बॉन्ड में काफी रिस्क होता है क्योंकि इसमें कंपनी अपनी कोई भी चीज गिरवी नहीं रखती है। अगर आप किसी अनसिक्यॉर्ड बॉन्ड में निवेश कर रहे हैं और वो कंपनी डिफॉल्ट हो जाती है तो आपके पैसे डूब जाएंगे।