छोटे निवेशकों के बीच डाकघर की सेविंग स्कीम काफी पॉपुलर है। इसकी वजह यह है कि उनको बिना किसी जोखिम को बैंक के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिलता है। आपको बता दें कि डाकघर बचत योजनाएँ निवेशकों को 8.2% तक की ब्याज दरों के साथ कई विकल्प देती हैं। इनमें से अधिकांश डाकघर योजनाएँ आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर इनकम टैक्स में छूट भी प्रदान करती हैं। आज हम टॉप 5 Post Office की बचत योजनाओं के बारे में बता रहे हैं।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित है। भारत में रहने वाले वरिष्ठ नागरिक खाता खोल सकते हैं और योजना में एकमुश्त राशि निवेश कर सकते हैं। वे व्यक्तिगत रूप से या संयुक्त रूप से खाता खोल सकते हैं और टैक्स छूट के साथ नियमित आय प्राप्त कर सकते हैं।
ब्याज दर: 8.2% प्रति वर्ष।
किसान विकास पत्र
किसान विकास पत्र भारत सरकार द्वारा जारी किया जाने वाला बचत प्रमाणपत्र है। यह योजना एक निश्चित ब्याज दर और गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है। हालांकि, इसमें निवेश पर इनकम टैक्स में छूट नहीं मिलती है।
ब्याज दर: 7.5% वार्षिक चक्रवृद्धि (निवेश की गई राशि 115 महीने या 9 साल और 7 महीने में दोगुनी हो जाती है)।
डाकघर मासिक आय योजना खाता (MIS)
डाकघर मासिक आय योजना निवेशकों को स्थिर आय अर्जित करने का अवसर देती है। कोई व्यक्ति न्यूनतम 1,500 रुपये और अधिकतम 9 लाख रुपये निवेश कर सकता है, जबकि संयुक्त खातों के लिए अधिकतम सीमा 15 लाख रुपये है। ब्याज कर योग्य है और धारा 80सी के तहत छूट नहीं मिलती है।
ब्याज दर: 7.4% प्रति वर्ष (मासिक देय)।
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC)
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र अन्य निश्चित आय साधनों की तरह ही पूर्ण पूंजी सुरक्षा के साथ एक गारंटीकृत निवेश और बचत योजना है। कोई भी व्यक्ति एकल खाता खोल सकता है जबकि तीन व्यक्ति संयुक्त खाता खोल सकते हैं। नाबालिग या अस्वस्थ व्यक्ति की ओर से अभिभावक भी एनएससी खाता संचालित कर सकते हैं।
ब्याज दर: 7.7% वार्षिक चक्रवृद्धि लेकिन परिपक्वता पर देय।
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जिसका उद्देश्य भारतीय महिलाओं में बचत की संस्कृति को बढ़ावा देना है। हालांकि, यह योजना कोई टैक्स छूट प्रदान नहीं करती है। ब्याज आय कर योग्य है, जिसमें व्यक्ति की आय स्लैब के आधार पर कर काटा जाता है।
ब्याज दर: 7.5% प्रति वर्ष ब्याज। ब्याज तिमाही आधार पर चक्रवृद्धि होगा और खाते में जमा किया जाएगा और खाता बंद करने के समय भुगतान किया जाएगा।