Post Office Savings Schemes : जब बचत योजनाओं की बात होती है, तो स्मॉल सेविंग स्कीम्स या पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम्स का नाम सबसे पहले आता है। यहां आपको ज्यादातर बैंकों की एफडी से अधिक रिटर्न मिल जाएगा। ये सेविंग्स स्कीम्स सरकार समर्थित होती हैं। इसलिए यहां जोखिम काफी कम होता है। सरकार हर तीन महीने में स्मॉल सेविंग स्कीम्स के लिये ब्याज दरें तय करती हैं। आइए उन 5 स्मॉल सेविंग स्कीम्स के बारे में जानते हैं, जहां आपको बैंक एफडी से अधिक रिटर्न मिल जाता है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)
इस स्कीम में 60 साल से ऊपर के व्यक्ति निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम में इस समय 8.2 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है। इस योजना में 1000 रुपये के गुणक में एक एकमुश्त राशि निवेश करनी होती है। यह निवेश अधिकतम 30 लाख रुपये तक हो सकता है। इस निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कर छूट भी मिलती है। इस स्कीम में निवेशकों को रेगुलर इनकम का फायदा मिलता है।
किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra)
यह भारत सरकार द्वारा जारी होने वाला एक सेविंग्स सर्टिफिकेट है। यहां गारंटीड रिटर्न मिलता है। यहां टैक्स छूट का फायदा नहीं मिलता है। इस समय किसान विकास पत्र में इस समय 7.5 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि ब्याज दर है। इस स्कीम में 115 महीने यानी 9 साल और 7 महीने में निवेशकों का पैसा दोगुना हो जाता है। यहां निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS)
इस स्कीम में स्थिर इनकम पाने की सुविधा निवेशकों को मिलती है। इस स्कीम में न्यूनतम 1500 रुपये और अधिकतम 9 लाख रुपये निवेश किये जा सकते हैं। जॉइंट अकाउंट के लिए अधिकतम सीमा 15 लाख रुपये है। कमाये गए ब्याज पर टैक्स लगता है। साथ ही इसमें धारा 80सी के तहत टैक्स छूट का फायदा भी नहीं मिलता है। इस स्कीम में 7.4 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है। ब्याज का भुगतान मंथली होता है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (National Savings Certificates)
यह एक गारंटीड इन्वेस्टमेंट एंड सेविंग्स प्लान है। यहां 7.7 फीसदी सालाना चक्रवृद्धि ब्याज दर मिलती है। इसका भुगतान मैच्योरिटी पर होता है। इस स्कीम में न्यूनतम 1000 रुपये निवेश किये जा सकते हैं। कोई अधिकतम सीमा नहीं है। इस स्कीम के तहत कितने भी खाते खोले जा सकते हैं। निवेश पर टैक्स छूट का फायदा मिलता है।
महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट (Mahila Samman Savings Certificate)
यह स्कीम भारत सरकार द्वारा भारतीय महिलाओं के बीच बचत के कल्चर को बढ़ावा देने के लिये शुरू की गई है। इस स्कीम में कोई टैक्स बेनेफिट नहीं मिलता है। ब्याज आय टैक्सेबल है। टैक्स निवेशक के आयकर स्लैब के अनुसार कटता है। इस स्कीम में 7.5 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है। यह तिमाही चक्रवृद्धि ब्याज दर है।