भारत सरकार की एक बेहद खास स्कीम है सुकन्या समृद्धि योजना। यह स्कीम बेटियों के उज्जवल भविष्य को संवारने के मकसद से तैयार की गई है, ताकि उनकी पढ़ाई-लिखाई और विवाह में कोई परेशानी न आए। बेटियों के पापा के लिए यह स्कीम बेहद आकर्षक है। इसमें निवेश के साथ-साथ टैक्स छूट का लाभ भी मिल जाता है। आप महज 250 रुपये से भी इसमें निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। यह एक सुरक्षित और शानदार रिटर्न देने वाली स्कीम भी है। आइए, जान लेते हैं कि आखिर यह स्कीम किस तरह काफी मददगार साबित हो सकती है।
कौन कर सकता है निवेश
इंडिया पोस्ट की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, किसी भी 10 वर्ष से कम आयु की गर्ल चाइल्ड (बेटियों) के नाम पर अभिभावक की तरफ से सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोला जा सकता है। हां, एक बात जरूर ध्यान रहे कि भारत में एक गर्ल चाइल्ड के नाम पर डाकघर या किसी भी बैंक में सिर्फ एक ही अकाउंट खोला जा सकता है। यह अकाउंट एक परिवार में अधिकतम दो बच्चियों के लिए खोला जा सकता है। हां, जुड़वां/तीन बालिकाओं के जन्म की स्थिति में दो से ज्यादा अकाउंट खोले जा सकते हैं।
कम से कम ₹250 में कर सकते हैं निवेश की शुरुआत
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट महज 250 रुपये की शुरुआती जमा के साथ खोला जा सकता है। एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम जमा 250 रुपये है और एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.50 लाख रुपये (50 रुपये के मल्टीपल में) एकमुश्त या कई किस्तों में रकम जमा किया जा सकता है। यहां ध्यान रहे कि इस सरकारी स्कीम में अकाउंट खोलने की तारीख से अधिकतम 15 वर्ष पूरे होने तक ही पैसे डिपोजिट किया जा सकता है। अगर किसी वित्तीय वर्ष में खाते में न्यूनतम जमा 250 रुपये जमा नहीं किया जाता है, तो खाते को डिफॉल्ट खाता माना लिया जाता है। हां, इस खाते को खोलने की तारीख से 15 वर्ष पूरे होने से पहले न्यूनतम 250 रुपये + हर डिफॉल्ट वर्ष के लिए 50 रुपये का भुगतान करके दोबारा एक्टिवेट किया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश का एक फायदा यह भी है कि बेटियों के पापा को या अभिभावक को आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत कटौती का लाभ भी मिलता है।
शानदार रिटर्न और सुरक्षा
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट में जमा राशि पर मौजूदा समय में ब्याज दर 8.2% सालाना ऑफर किया जा रहा है। इसमें ब्याज की गणना सालाना चक्रवृद्धि के साथ सालाना आधार पर की जाती है। इस योजना की भारत सरकार हर तीन महीने पर समीक्षा करती है और ब्याज दर तय करती है। एक बात ध्यान रहे, ब्याज की गणना कैलेंडर माह के लिए पांचवें दिन की समाप्ति से लेकर महीने के आखिर तक खाते में सबसे कम शेष राशि पर की जाएगी। साथ ही हर वित्तीय वर्ष के आखिर में खाते में ब्याज की रकम जमा की जाती है। एक खास बात यह है कि इस स्कीम में अर्जित ब्याज आयकर अधिनियम के तहत टैक्स फ्री है।
कब स्कीम से निकाल सकेंगे पैसे
बच्ची के 18 वर्ष की आयु पूरी होने या 10वीं कक्षा पास करने के बाद अकाउंट से पैसे की निकासी की जा सकती है। नियम के मुताबिक, पूर्ववर्ती वित्तीय वर्ष के आखिर में उपलब्ध शेष राशि के 50% तक की निकासी की जा सकती है। आप चाहें तो पैसे एकमुश्त या किस्तों में निकाल सकते हैं, जो हर वर्ष एक से अधिक नहीं होगी। सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट को, अकाउंट खोलने की तारीख से 21 वर्ष के बाद बंद कराया जा सकता है। शादी की तारीख से 1 महीने से पहले या 3 महीने के बाद बंद करने की अनुमति नहीं है।