SBI Reverse Mortgage Loan: देश के ज्यादातर वरिष्ठ नागरिकों के पास बुढ़ापे में आय का जरिया नहीं होता है। सेविंग्स न होने की स्थिति में कई बार जीवनयापन करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की ओर से वरिष्ठ नागरिकों के लिए रिवर्स मॉर्गेज स्कीम चलाई जा रही है। इसमें वरिष्ठ नागरिकों के घर या अन्य संपत्तियों को बदले बैंक द्वारा हर महीने एक निश्चित भुगतान किया जाता है।
SBI Reverse Mortgage Loan क्या है?
इस स्कीम के तहत बैंक द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को उसके घर या संपत्ति के बदले हर महीने एक निश्चित राशि का भुगतान किया जाता है। इस स्कीम में बैंक मानकर चलता है कि दी जाने वाली राशि का पुनर्भुगतान नहीं किया जाएगा। हालांकि, इस स्कीम का लाभ लेने वाले व्यक्ति को पुनर्भुगतान का विकल्प दिया जाता है। इस कारण से इस स्कीम को उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए उचित माना जाता है, जिनके पास आय का कोई जरिया नहीं होता है।
एसबीआई रिवर्स मॉर्गेज स्कीम का लाभ लेने से पहले जानें ये बातें
- इस स्कीम का लाभ लेने के बाद नियमित अंतराल पर कुछ वर्षों के बाद (5 वर्ष) संपत्ति का वैल्यूएशन किया जाता है।
- इसमें संपत्ति के मूल्य की 80 प्रतिशत तक की राशि लोन के रूप में मिल जाती है।
- लोन की जारी राशि में ब्याज को भी शामिल किया जाता है।
- अगर लोन लेने वाले वरिष्ठ नागरिक की मृत्यू हो जाती है तो बैंक संपत्ति बेचकर लोन की राशि को रिकवर करता है और बाकी बची राशि को नॉमिनी को दे दिया जाता है।
कौन-कौन कर सकता है आवेदन?
60 वर्ष या इससे अधिक के वरिष्ठ नागरिक इस स्कीम के लिए आवेदन कर सकते हैं। आप इसमें ज्वांइट अकाउंट के जरिए भी आवेदन कर सकते हैं, लेकिन इस मामले में पत्नी की आयु 58 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
लोन की अवधि
एसबीआई रिवर्स मॉर्गेज स्कीम में कम से कम 3 लाख और अधिकतम एक करोड़ तक का लोन लिया जा सकता है। इसमें बैंक द्वारा 10 से लेकर 15 वर्ष तक के लिए लोन दिया जाता है।