शेयर बाजार में जब भी पैसा कमाने की बात आती है तो सबसे पहला नाम बिग बुल के नाम से मशहूर राकेश झुनझुनवाला का आता है। राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) का पिछले साल असमय देहांत हो गया था। लेकिन उनकी विरासत उनकी पत्नी रेखा (Rekha Jhunjhunwala) ने बखूबी संभाली है। राकेश की तरह ही रेखा भी शेयरों में पैसा कमाने में किसी से पीछे नहीं हैं। शुक्रवार को एक बार फिर रेखा ने यह बात साबित की है। शुक्रवार को जहां बाजार में जबर्दस्त बिकवाली देखने को मिली और सेंसेक्स 500 अंक से अधिक टूट गया। लेकिन इस नेगेटिव मार्केट में भी रेखा झुनझुनवाला ने 500 करोड़ रुपये की जबर्दस्त कमाई कर डाली। रेखा की इस जबर्दस्त कमाई के पीछे टाटा समूह की दिग्गज कंपनी टाइटन का अहम योगदान रहा है।
टाइटन से झुनझुनवाला ने एक दिन में बनाए 500 करोड़
शेयर होल्डिंग की बात करें तो रेखा झुनझुवाला के पास Titan कंपनी के 4,69,45,970 शेयर हैं. इस हिसाब से देखें तो कंपनी में उनकी हिस्सेदारी 5.29 फीसदी हो जाती है. ऐसे में इस शेयर की कीमत में आए उछाल के साथ-साथ झुनझुनवाला की संपत्ति भी बढ़ी है। टाटा समूह की कंपनी के जून तिमाही के अपडेट के बाद शुक्रवार के कारोबार में टाइटन कंपनी के शेयरों में 3 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई। रेखा के पास टाइटन के 5.29 शेयर हैं। जिसके चलते रेखा झुनझुनवाला को प्रति शेयर के अनुमानित मूल्य में लगभग 494 करोड़ रुपये का फायदा हुआ। कॉर्पोरेट डेटाबेस AceEquity से संकलित आंकड़ों के अनुसार, स्टॉक में उनकी हिस्सेदारी रिकॉर्ड स्तर पर 15,080.57 रुपये थी।
आल टाइम हाई पर पहुंचा टाइन का शेयर
आज आए तिमाही नतीजों के बाद टाइटन कंपनी के शेयर कारोबार के कुछ ही मिनटों में 3.39 प्रतिशत चढ़कर 3,211.10 रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए। टाइटन कंपनी का मार्केट कैप सर्वकालिक उच्च स्तर पर 2,85,077 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले सत्र के 275,720 करोड़ रुपये से 9,357 करोड़ रुपये अधिक है। बता दें कि टाटा समूह की कंपनी ने एक साल की लंबी अवधि के लिए कमाई में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।
तेजी से विस्तार कर रही है टाइटन
टाइटन ने सभी प्रमुख व्यवसायों में दोहरे अंक की वृद्धि के साथ जून तिमाही में 68 स्टोर जोड़े हैं। जिससे इसकी कुल खुदरा उपस्थिति (कैरेटलेन सहित) 2,778 स्टोर तक पहुंच गई। टाइटन ने कहा कि आभूषण प्रभाग ने संतोषजनक प्रदर्शन किया और जून तिमाही में सालाना आधार पर 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसमें कहा गया है कि इस अवधि में खरीदार की वृद्धि औसत आकार की वृद्धि से अधिक थी।