यूपीआई (UPI) से ट्रांजैक्शन लगातार नई ऊंचाइयां छू रहा है। ताजा आंकड़े के मुताबिक, बीते अक्टूबर महीने में देश में कुल 17.16 लाख करोड़ रुपये की वैल्यू के रिकॉर्ड ट्रांजैक्शन UPI transaction in India) किए गए। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के इस आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने 1,141 करोड़ से भी ज्यादा ट्रांजैक्शन किए गए। यह लगातार तीसरा महीना (upi transactions in October 2023) है जब 1000 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन किए गए हैं।
कुछ यूं बढ़ता गया कारवां
एनपीसीआई के मुताबिक, सितंबर में, UPI ने 15.8 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 1,056 करोड़ ट्रांजैक्शन (upi transactions in October 2023) किए। इसी तरह, अगस्त में, UPI ने महीने के दौरान 1,024 करोड़ लेनदेन किए और ट्रांजैक्शन का मूल्य 15.18 लाख करोड़ रुपये था। जुलाई में यूपीआई प्लेटफॉर्म पर 996 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए थे। इससे एक यह ट्रेंड भी पता चला कि दो लेवल- कारोबारियों और कस्टमर्स की तरफ से डिजिटल अपनाने में बढ़ोतरी ने UPI मूल्य और वॉल्यूम अपने चरम पर हैं। अलग-अलग यूपीआई-बेस्ड थर्ड पार्टी पेमेंट ऐप्स द्वारा ज्यादा एक्सेस के कारण इसे अपनाने में बढ़ोतरी हुई है।
2012 में 84 लाख करोड़ रुपये के 4,597 करोड़ लेनदेन
अगर कुछ साल पहले के आंकड़ों पर नजर डालें तो वित्त वर्ष 2013 में, यूपीआई (UPI) प्लेटफॉर्म ने 139 लाख करोड़ रुपये के कुल 8,376 करोड़ ट्रांजैक्शन दर्ज किए, जबकि वित्त वर्ष 2012 में 84 लाख करोड़ रुपये के 4,597 करोड़ लेनदेन हुए। एनपीसीआई (NPCI)अगले दो से तीन सालों के अंदर हर महीने लगभग 30 बिलियन ट्रांजैक्शन या हर रोज एक बिलियन लेनदेन का टारगेट बना रहा है।
पीडब्ल्यूसी इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2027 तक यूपीआई ट्रांजैक्शन प्रति दिन 100 करोड़ लेनदेन तक पहुंचने की उम्मीद है, जो अगले पांच सालों में कुल ट्रांजैक्शन क्वांटिटी का 90 प्रतिशत हिस्सा लेकर यूपीआई को खुदरा डिजिटल पेमेंट परिदृश्य पर हावी होने का अनुमान लगाता है।