Private Job Retirement: आज के समय में कमाई से लेकर बचत तक के बहुत से तरीके निजात किया जा चुके हैं। इनकम के साथ बचत और निवेश भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिहाज से बेहद जरूरी है। अपनी पूरी जिंदगी में मेहनत कर कमाई करने वाला हर व्यक्ति चाहता है कि रिटायर होने के बाद कम से कम उसकी आर्थिक सुरक्षा गारंटीड हो। जिसके सहारे वह अपनी बाकी की जिंदगी को बेहतर ढंग से गुजार सके। इसके लिए जरुरी है कि आप छोटी उम्र से बचत करना सीखे और थोड़ा-थोड़ा पैसा बचाना शुरू करें, जो रिटायरमेंट के समय तक आपको एक अच्छी राशि बनकर तैयार हो जाए और एक साथ निश्चित राशि पेंशन के रूप में उपलब्ध हो सके। जिस स्पीड से महंगाई बढ़ रही है, अगर आप अभी से पैसा बचाने पर फोकस नहीं करेंगे तो भविष्य में आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
NPS में निवेश क्यों?
- अपने रिटायरमेंट के बाद की नियमित आय के लिए आप नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) में निवेश कर सकते हैं।
- इस सरकारी स्कीम में हर माह में एक निश्चित राशि राशि जमा करके आप करोड़पति बन सकते हैं।
- इसके साथ ही NPS में निवेश करने पर आपको डेढ़ लाख रुपए तक की टैक्स छूट भी मिलती है।
कौन कर सकता है निवेश?
NPS में रिटायरमेंट के लिए निवेश किया जाता है। 18 से 60 साल के बीच का कोई भी शख्स इस सुविधा का लाभ उठा सकता है। 60 साल की उम्र होने पर वह इसमें जमा हुई राशि का 60 प्रतिशत एक साथ निकाल सकता है और 40 पर्सेंट का एन्युइटी स्कीम में निवेश करके पेंशन ले सकता है। निवेशक चाहे तो एन्युइटी में 100 प्रतिशत का निवेश कर सकता है। NPS ने पिछले 5 साल में 11.50 फीसदी का एवरेज रिटर्न दिया है। NPS स्कीम में अगर आप 25 साल की उम्र से प्रति महीने 2,000 रुपए जमा करते हैं और अगर हम औसत रिटर्न 12 फीसदी मान कर चलें तो रिटायरमेंट के समय आप करीब 1 करोड़ 22 लाख रुपए की पूंजी जमा कर सकते हैं।
ले सकते हैं 50 हजार रुपया प्रति माह पेंशन
25 साल की उम्र से 60 साल की उम्र तक आप 35 साल में केवल 8.40 लाख रुपए जमा करते हैं, लेकिन आपको इसके बदले में एक करोड़ से ज्यादा की राशि मिलती है। आप चाहें तो इसके 60 प्रतिशत (75 लाख रुपए से ज्यादा) को आप एकमुश्त निकाल सकते हैं। वहीं, 40 प्रतिशत राशि को एन्युइटी स्कीम में जमा करके 8 फीसदी के अनुमानित ब्याज पर करीब 50,000 रुपए पेंशन के रूप में प्रतिमाह प्राप्त कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें: बंपर रिटर्न देने वाले ये हैं भारत के टॉप-5 म्यूचुअल फंड स्कीम