कोरोना बीमारी ने हमें सिखाया है कि पैसों की जरूरत हमें किसी भी वक्त पड़ सकती है। इसके लिए अपने पास भविष्य की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इमर्जेंसी फंड को बनाए रखना जरूरी होता है। भविष्य की सुरक्षा के लिए पीपीएफ (Public Provident Fund) एक सबसे लोकप्रिय बचत योजनाओं में से एक है। हालांकि हम इसे इमर्जेंसी फंड नहीं करेंगे क्यों कि इसका पैसा 15 साल के लिए लॉक होता है। हालांकि हम 7 साल के बाद PPF में जमा आंशिक पैसा निकाल जरूर सकते हैं।
क्या है PPF का नियम
जैसा कि हमने बताया कि यह भविष्य निधि होती है, यानि इसमें जमा पैसा 15 साल के बाद मैच्योर होता है। मैच्योर होने पर ही हम इसमें जमा पैसा निकाल सकते हैं। लेकिन भविष्य की अनिश्चितताओं को देखते हुए इसमें पार्शियल विड्रॉल की सुविधा भी मिलती है। यूजर अकाउंट खोलने के सात साल बाद आंशिक राशि निकाल सकता है।
हर फाइनेंशियल ईयर में एक बार अनुमति
पीपीएफ के नियमों के अनुसार प्रत्येक खाताधारक हर फाइनेंशियल ईयर में केवल एक बार पार्शियल विड्रॉल की सुविधा मिलती है। कुछ खास आधार पर पीपीएफ अकाउंट को पांच साल बाद प्रीमैच्योर बंद किया जा सकता है। अगर आप पीपीएफ अकाउंट से थोड़ा या पूरा पैसा निकालना चाहते हैं तो आपको बैंक या पोस्ट ऑफिस में फॉर्म सी भरना होता है।
क्या है PPF से विड्रॉल का प्रोसेस
पीपीएफ से पैसे निकालने का प्रोसेस काफी आसान है। इसके लिए आपको बैंक की वेबसाइट पर जाकर पीपीएफ विड्रॉल फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। इसे फॉर्म सी भी कहा जाता है। आप इस फॉर्म को बैंक की ब्रांच से भी प्राप्त कर सकते हैं।
फॉर्म C में अपनी डिटेल भरें
फॉर्म सी में आपको अपनी डिटेल भरनी होती हैं। इस फॉर्म सी के तीन भाग होते हैं। इसका पहला भाग डिक्लरेशन होता है। इसमें आपको अपना पीपीएफ अकाउंट नंबर और विड्रॉल की जाने वाली राशि भरनी होती है। यहां एक कॉलम में आपसे इस अकाउंट की अवधि भी पूछी जाती है। यदि अवयस्क के खाते से पैसा निकाल रहे हैं तो उसका नाम भी दर्ज करना होगा। दूसरा हिस्सा ऑफिशियल यूज का है। इसमें बैंक पीपीएफ अकाउंट खोलने की तारीख, कुल राशि, विड्रॉल की डेट, उपलब्ध राशि, मंजूर राशि दर्ज की जाती है। इन जानकारियों को दर्ज करने के बाद आपको अपने हस्ताक्षर करने पड़ते हैं।
देने होंगे ये कागजात
पीपीएफ विड्रॉल एप्लिकेशन फॉर्म को पूरी तरह से भरने के बाद आपको फॉर्म पर एक रेवेन्यू स्टांप चिपकाना होता है और उस पर साइन करने होते हैं। इसके साथ आपको अपनी पीपीएफ पासबुक देनी पड़ती है। मंजूर राशि सीधी आपके सेविंग अकाउंट में आती है। आप डिमांड ड्राफ्ट के लिए भी अनुरोध कर सकते हैं।