टैक्स-सेविंग विकल्पों की बात करें तो लोगों के पास अपने पैसे का निवेश करने, टैक्स योग्य आय को कम करने और आखिरकार टैक्स बचाने के लिए कई योजनाएं हैं। सभी मौजूदा विकल्पों में से, सिर्फ कुछ ही ईईई योजना में आते हैं। ये विकल्प न सिर्फ शुरुआत में बल्कि दूसरे चरणों में भी टैक्स बचाते हैं। आइए हम यहां, दो पॉपुलर टैक्स-सेविंग निवेशों पीपीएफ और वीपीएफ को समझते हैं। इनके बीच क्या अंतर है और कौन सा विकल्प बेहतर है।
पीपीएफ क्या है
पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड भारत में सरकार द्वारा समर्थित बचत योजना है जो टैक्स लाभ और गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है। यह एक पॉपुलर दीर्घकालिक निवेश विकल्प है जिसका उपयोग रिटायरमेंट प्लानिंग, बच्चों की शिक्षा और आवास के लिए किया जा सकता है। इसमें 15 साल का लॉक इन होता है।
वीपीएफ क्या है?
स्वैच्छिक भविष्य निधि (वीपीएफ) कर्मचारियों द्वारा किया जाने वाला योगदान है जो कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की तरफ से तय न्यूनतम योगदान से ज्यादा है। हालांकि, नियोक्ता मूल वेतन के 12% से अधिक का योगदान नहीं करेगा, भले ही कर्मचारी कितना भी योगदान दे। कई कर्मचारी वीपीएफ का विकल्प चुनते हैं क्योंकि उन्हें कोई दूसरा निवेश नहीं करना पड़ता है। यह आसान है क्योंकि निवेश राशि सीधे उनकी सैलरी से काट ली जाती है।
दोनों में अंतर
पीपीएफ सभी भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है, जबकि वीपीएफ, ईपीएफ में शामिल सिर्फ वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए उपलब्ध है। पीपीएफ में 15 साल की लॉक इन पीरियड है, जबकि वीपीएफ रोजगार कार्यकाल से जुड़ा हुआ है। इसी तरह, पीपीएफ में निवेश पर फिलहाल 7.1% ब्याज दर ऑफर किया जा रहा है, जबकि वीपीएफ में 8.25% ब्याज मिल रहा है। टैक्स बचत के विकल्प दोनों ही में मिलते हैं। पीपीएफ में आप सालाना 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। पीपीएफ में आंशिक निकासी 7 साल बाद कर सकते हैं, जबकि वीपीएफ में आंशिक निकाली 5वें साल कर सकते हैं। पीपीएफ रिस्क फ्री है, तो वहीं वीपीएफ कम जोखिम वाली, सरकार समर्थित ईपीएफ योजना है।
कौन है बेहतर
यहां इस सवाल जवाब आसान नहीं है। वैसे अगर आप लंबी अवधि में स्थिरता और गारंटीड रिटर्न चाहते हैं, तो पीपीएफ एक बेहतरीन विकल्प है। लॉक-इन अवधि, हालांकि लंबी है, अनुशासित बचत को प्रोत्साहित करती है और सेवानिवृत्ति या अन्य दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों के लिए एक विश्वसनीय फंड के रूप में कार्य कर सकती है। अगर आप वेतनभोगी हैं और ज्यादा योगदान चाहते हैं, पीपीएफ की तुलना में उच्च दर पर रिटर्न चाहते हैं, और अपने वेतन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा सेवानिवृत्ति बचत के लिए योगदान करने के लिए तैयार हैं, वे वीपीएफ पर विचार कर सकते हैं।