Types of Business Loan: आमतौर पर जब हम किसी भी बिजनेस को शुरू करने के बारे में सोचते हैं तो हम सबसे पहले इसके लिए फंड की व्यवस्था करते हैं। जहां हम सबसे पहले अपनी जमा पूंजी को जोड़ते हैं, इसके बाद अगर वह काफी नहीं हुई तो हम फिर लोन का सहारा लेते हैं। दूसरी बिजनेस लोन के कई प्रकार होते हैं, जिनके बारे में जानना बेहद आवश्यक है।
वर्किंग कैपिटल लोन
इस तरह के बिजनेस लोन का आम व्यक्तियों, उद्यमियों, स्टार्टअप्स को उनकी दैनिक आवश्कताओं को पूरा करने के लिए दिया जाता है। दूसरी और इस तरह के लोन में व्यवसाय के लिए जो लोन दिया जाता है, उसे चुकाने की एक सीमा रखी जाती है।
टर्म लोन
यह बिजनेस लोन एक ऐसा लोन है, जिसे लेने के बाद एक निर्धारित अवधि में नियमित भुगतान में चुकाना अनिवार्य होता है। इसके साथ ही टर्म लोन को शॉर्ट टर्म लोन, इंटरमीडिएट लोन और लॉन्ग टर्म लोन में विभाजित किया गया है, इसके साथ ही यह सभी लोन कम अवधि के होते हैं।
लेटर ऑफ क्रेडिट
लेटर ऑफ क्रेडिट एक प्रकार की क्रेडिट सीमा है, जिसका उपयोग बिजनेस बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसमें बैंक उन उद्यमियों को फंडिंग गारंटी प्रदान करते हैं जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार करते हैं, साथ ही इसका उपयोग उद्यमियों द्वारा आयात और निर्यात दोनों में किया जाता है।
बिल डिस्काउंटिंग
बिल डिस्काउंटिंग को फंडिंग सुविधा के रूप में जाना जाता है, जहां किसी विक्रेता को बैंक से रियायती दरों पर अग्रिम राशि मिलती है। दूसरी ओर इस राशि के लिए विक्रेता को अच्छा-खासा ब्याज चुकाना पड़ता है।
ओवरड्राफ्ट सुविधा
बता दें कि ओवर ड्राफ्ट सुविधा का उपयोग तो आमतौर पर हम सब जानते ही हैं, जहां अगर आपके खाते में राशि शून्य है तो फिर भी आप ओवर ड्राफ्ट सुविधा के माध्यम बेहतर फंड बैंक द्वारा प्राप्त कर सकते हैं। वहीं यह स्वीकृत की गयी राशि बैंक के साथ संबंध, आपके खाते के लेखे जोखे पर बहुत ज्यादा निर्भर करती है।
सरकारी लोन
बता दें कि बिजनेस शुरू करने के लिए सरकार भी कई माध्यमों से आम लोगों को विभिन्न तरह के लोन देती है, जहां MSME, महिला स्वयं समूह आदि माध्यम द्वारा यह लोन दिये जाते हैं। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं के तहत भी विभिन्न तरह के लोन दिए जाते हैं।