पर्सनल लोन लेना आज के समय में काफी आसान हो गया है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आसानी से कोई भी बैंक पर्सनल लोन दे देगा। कई बार देखा जाता है कि लोग अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए एक के बाद कई पर्सनल लोन लेते हैं। पर्सनल लोन एक अनसिक्योर्ड लोन है और एक से ज्यादा पर्सनल लोन होने का आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर काफी नकारात्मक असर होता है। यह वित्तीय रूप से भी आपको नुकसान पहुंचता है।
एक से ज्यादा पर्सनल लोन कैसे बिगड़ता है आपकी आर्थिक सेहत?
क्रेडिट स्कोर
अगर आप बार-बार पर्सनल लोन ले रहे हैं या एक से ज्यादा पर्सनल लोन आप पर चल रहे हैं तो ये आपकी क्रेडिट प्रोफाइल के लिए अच्छा नहीं रहता है। इससे आपका क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है। क्रेडिट स्कोर कम होने के कारण अगर आप भविष्य में होम या कार लोन लेते हैं तो आपको महंगी ब्याज दरों पर लोन मिलेगा। वहीं, 650 से कम क्रेडिट स्कोर होने पर बैंक लोन देने से भी इंकार कर सकती है।
अधिक ब्याज का भुगतान
बैंकिंग में पर्सनल लोन पर ब्याज दर काफी अधिक होती है। ऐसे में अगर आप ज्यादा पर्सनल लोन लेते हैं तो आपकी आय का एक बड़ा हिस्सा लोन की ब्याज भरने में ही निकल जाएगा। ऐसे में अगर जब तक बेहद जरूरी न हो तब तक पर्सनल लोन नहीं लेना चाहिए।
किस्त छूटने का खतरा
अगर आपके पास एक साथ कई सारे लोन होते हैं तो किस्त छूटने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। वहीं, एक भी किस्त छूटने पर पर्सनल लोन में बैंक की ओर से भारी पेनल्टी लगाई जाती है और आपका क्रेडिट स्कोर भी कम हो जाता है।
पर्सनल लोन के विकल्प
अधिकतर पर्सनल लोन अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए लिये जाते हैं। ऐसे में आपको पर्सनल लोन न लेना पड़े, इसके लिए हमेशा एक इमरजेंसी फंड बनाकर रखना चाहिए। ये इसके अलावा जरूरत पड़ने पर गोल्ड लोन जैसे सिक्योर्ड लोन के विकल्पों पर विचार करना चाहिए।