NPS Vatsalya Calculator : सरकार ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पेंशन खाता एनपीएस वात्सल्य लॉन्च किया है। यह बच्चों के लिए शुरू की गई एक पेंशन योजना है। इस योजना में माता-पिता अपने बच्चे के लिए पेंशन खाते खोल सकेंगे और इसमें निवेश करके बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए योगदान दे सकेंगे। इस योजना में किए जाने वाले निवेश पर चक्रवृद्धि ब्याज मिलेगा। इस योजना में बच्चे के नाम से कम से कम 1000 रुपये सालाना से खाता खोला जा सकता है। अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। यह स्कीम 3 साल के लॉक-इन पीरियड के साथ आती है। लॉक-इन पीरियड खत्म होने के बाद अगर बच्चे की उम्र 18 साल से कम है तो उसकी शिक्षा, बीमारी और विकलांगता जैसी परिस्थितियों में कुल योगदान का 25% तक पैसा निकाला जा सकता है। इस तरह से अधिकतम 3 बार पैसे निकाले जा सकते हैं। बैंक, डाकघर, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म या ई-एनपीएस के माध्यम से यह खाता खोला जा सकता है।
18 साल की उम्र में बन जाएगा रेगुलर एनपीएस अकाउंट
18 साल की उम्र पूरी होने पर बच्चे का एनपीएस वात्सल्य अकाउंट रेगुलर एनपीएस अकाउंट में बदल जाएगा। अब बच्चा चाहे तो अपने एनपीएस खाते को जारी रख सकता है। 18 साल की उम्र पूरी होने के 3 महीने के भीतर केवाईसी कराना जरूरी होगा। 18 साल के बाद खाते में जमा कुल रकम का कम से कम 80% हिस्सा एन्युटी प्लान में जाएगा और बाकी की बची 20 प्रतिशत रकम एकमुश्त निकाली जा सकती है। अगर 18 साल के बाद खाते में जमा कुल रकम 2.5 लाख रुपये या उससे कम है तो पूरा पैसा एकमुश्त भी निकाला जा सकता है।
जमा हो जाएगा 11.05 करोड़ रुपये का फंड
अगर पेरेंट्स अपने बच्चे के एनपीएस वात्सल्य खाते में 18 साल तक 10,000 रुपये सालाना का योगदान करते हैं, तो 10% के अनुमानित रिटर्न के हिसाब से 5 लाख रुपये का फंड जमा हो जाएगा। अगर यह निवेश निवेशक की आयु 60 साल होने तक जारी रहता है, तो 10% रिटर्न के आधार पर 2.75 करोड़ रुपये का फंड जमा हो जाएगा। यह रकम रिटायरमेंट प्लानिंग में काफी मदद कर सकती है। अगर हम इक्विटी में 50% एनपीएस आवंटन, कॉरपोरेट डेट में 30% आवंटन और गवर्नमेंट सिक्युरिटीज में 20% आवंटन के आधार पर 11.59% औसत रिटर्न मान के चलें, तो 5.97 करोड़ रुपये का फंड जमा हो जाएगा। अगर इक्विटी में 75% NPS आवंटन और गवर्नमेंट सिक्युरिटीज में 25% आवंटन के आधार पर 12.86% का उच्च औसत रिटर्न मान कर चलें, तो इस निवेश में निवेशक की उम्र 60 साल होने तक 11.05 करोड़ रुपये का फंड जमा हो जाएगा।