NPS खाता खोलने के नियमों में पीएफआरडीए यानी पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट ऑथोरिटी की ओर से बड़ा बदलाव किया गया है। अब ईएनपीएस (eNPS) के माध्यम से सरकारी कर्मचारी भी अपना एनपीएस अकाउंट खोल सकते हैं। ईएनपीएस का पूरा प्रोसेस पेपरलेस है और इसे आसानी से पूरा किया जा सकता है। बता दें, एनपीएस एक रिटायरमेंट प्लान है। इसे सरकारी संस्था पीएफआरडीए के माध्यम से चलाया जाता है। इसमें सरकारी के साथ-साथ निजी क्षेत्र से जुड़े लोग भी निवेश कर सकते हैं।
क्या है eNPS?
eNPS एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसके माध्यम से केंद्र, राज्य सरकार के कर्मचारियों के साथ सरकार से जुड़ी संस्थाओं के कर्मचारी अपना एनपीएस अकाउंट खोल सकते हैं। कोई भी सरकारी कर्मचारी दो प्रकार से अपना ईएनपीएस खाता खोल सकता है। पहला -आधार ऑनलाइन और ऑफलाइन केवाईसी के माध्यम से। दूसरा- पैन कार्ड के साथ अन्य केवाईसी दस्तावेजों के जरिए।
eNPS से क्या होगा फायदा?
- पीएफआरडीए की ओर से ईएनपीएस प्लेटफॉर्म के कई फायदे बताए गए हैं।
- सरकारी कर्मचारियों की ऑनबोर्डिंग पहले के मुकाबले आसान हो जाएगी।
- इसके जरिए नोडल ऑफिसर आसानी से वेरिफिकेशन कर पाएंगे।
- ईएनपीएस के जरिए नोडल ऑफिसर का काम आसानी हो जाएगा और पेपरलेस होने के कारण समय भी कम लगेगा।
- इसमें केवल ओटीपी के जरिए ईसाइन करके पंजीकरण किया जा सकता है।
- डिजिटलाइजेशन होने के कारण एनपीएस खाता खोलने की लागत कम हो जाएगी।
- ऑनलाइन प्रोसेस होने से समय पर PRAN जनरेट हो जाएगा और इस कारण तय समय पर योगदान सुनिश्चित कर सकेंगे। इससे आपको अधिक रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
- ऑनलाइन प्रोसेस होने के कारण रद्द होने की संभावना भी कम हो जाएगी।
- इससे लॉजीस्टिक की लागत कम हो जाएगी। फिजिकल फॉर्म में सब्सक्राइबर की ओर से पहले फॉर्म नोडल ऑफिसर को जमा कराए जाते हैं। इसके बाद नोडल ऑफिसर इसे सीआरए-एफसी में जमा कराता है।