महंगाई के इस दौर में लोगों के पास पहले जैसे सेविंग्स नहीं रही हैं। ऐसे में बड़े कार्यों के लिए लोन की जरूरत पड़ जाती है। लेकिन अगर आपका क्रेडिट स्कोर सही नहीं है, तो आपको लोन मिलने में दिक्कतें आ सकती हैं। ऐसे में अपने क्रेडिट या सिबिल स्कोर को मजबूत बनाए रखना जरूरी है। यह आपकी लोन चुकाने की क्रेडिबिलिटी को बढ़ाता है। आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपना क्रेडिट स्कोर हाई कर सकते हैं।
कितना क्रेडिट स्कोर होता है अच्छा
क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। ट्रांसयूनियन सिबिल भारत में क्रेडिट स्कोर से जुड़ी रिपोर्ट बनाने वाले चार क्रेडिट ब्यूरो में से एक है। सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर जितना 900 के करीब होगा, उतना ही इसे बेहतर माना जाता है। 300 से 549 के बीच का स्कोर सबसे खराब माना जाता है। इसी तरह, 550 से 700 के बीच का स्कोर ठीक माना जाता है।
एक साथ कई लोन न लें
एक तय अवधि में लिए जाने वाले लोन की संख्या कम से कम रखने की कोशिश करें। सिबिल स्कोर को घटने से बचाने के लिए एक लोन चुकाएं और फिर दूसरा लें। अगर आप एक साथ कई लोन लेते हैं, तो यह दिखाएगा कि आप एक ऐसे चक्र में फंसे हुए हैं जहां आपके पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं। इसका नतीजा यह होगा कि आपका सिबिल स्कोर और भी कम हो जाएगा। वहीं, अगर आप लोन लेते हैं और उसे सफलतापूर्वक चुकाते हैं, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर और भी बढ़ जाएगा।
लंबी अवधि का लोन लें
इसका ध्यान रहे कि जब भी आप लोन लें, तो रीपेमेंट के लिए लंबी अवधि चुनने की कोशिश करें। इससे यह सुनिश्चित होगा कि आपकी ईएमआई कम हो ताकि आप समय पर पेमेंट कर सकें। जब आप ईएमआई का पेमेंट करने में देरी या चूक नहीं करेंगे तो आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर होगा।
समय पर भरें EMI
आपका बकाया लोन का रीपेमेंट आपके क्रेडिट स्कोर पर काफी असर डाल सकता है। ऐसे में ईएमआई पेमेंट के समय आपको अनुशासन बनाए रखने की जरूरत है। ईएमआई पेमेंट में देरी से आपको जुर्माना देना पड़ता है और आपका क्रेडिट स्कोर घट जाता है।
पुराने क्रेडिट कार्ड भी चालू रखें
अगर आपके पास पुराने क्रेडिट कार्ड हैं, तो आपको उन्हें तब तक बनाए रखना चाहिए जब तक आप अपने बिलों का पूरा भुगतान समय पर कर सकते हैं। यह आपको एक ठोस और लंबा क्रेडिट हिस्ट्री बनाने में मदद करेगा, जो आपको भविष्य में एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बढ़ाने और बनाए रखने में मदद करेगा।
क्रेडिट सीमा को कस्टमाइज करें
आपके क्रेडिट इस्तेमाल अनुपात का आपके क्रेडिट स्कोर पर खासा प्रभाव पड़ता है। जितना ज्यादा आप तय लिमिट के मुताबिक अपने क्रेडिट उपयोग को बैन करने में सक्षम होंगे, यह आपके क्रेडिट स्कोर के लिए उतना ही बेहतर होगा। सीमा तक पहुंचने पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह आपके क्रेडिट स्कोर को कम करता है। इससे निपटने का एक तरीका यह है कि आप अपने बैंक से संपर्क करें और अपने खर्चों के आधार पर अपनी क्रेडिट सीमा को कस्टमाइज करें।