क्या आपने भी कभी कोई यूपीआई आईडी क्रिएट की थी लेकिन उसका इस्तेमाल लंबे समय से नहीं कर रहे हैं!अगर ऐसा है तो आज से यानी 1 जनवरी 2024 से ऐसी यूपीआई आईडी डिएक्टिवेट होनी शुरू हो जाएगी। ऐसा एनपीसीआई (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) सर्कुलर के आधार पर होने जा रहा है। इसमें कहा गया है कि अगर किसी के पास गूगल प्ले फोन पे या पेटीएम जैसे किसी भी पॉपुलर ऐप के साथ UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस) अकाउंट है, और किसी भी कारण से एक साल या उससे ज्यादा समय तक इसका इस्तेमाल नहीं कर पाए हैं, ये 1 जनवरी से डिएक्टिवेट हो जाएंगे।
7 नवंबर, 2023 को नोटिफिकेशन हुआ था जारी
खबर के मुताबिक, एनपीसीआई ने इस संबंध में बीते 7 नवंबर, 2023 को नोटिफिकेशन जारी किया था। लाइवमिंट की खबर के मुताबिक, एनपीसीआई उन मामलों में अनजाने में फंड के ट्रांसफर को जिम्मेदार ठहराया, जहां यूजर बैंकिंग सिस्टम से अपने पहले के नंबर को हटाए बिना अपने मोबाइल नंबर बदलते हैं। ऐसे में पिछला नंबर किसी नए यूजर को जारी किया जा सकता है। दूसरे शब्दों में, एक फ़ोन नंबर जो UPI ऐप के साथ रजिस्टर है, जब यह चालू नहीं होता है तो इसके दुरुपयोग को रोकने के लिए पेमेंट ऐप से डिएक्टिवेट हो जाता है।
कैसे होगा डिएक्टिवेशन
डिएक्टिवेट करने का प्रोसेस थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर (टीपीएपी) और पीएसपी (भुगतान सेवा प्रदाता) द्वारा किया जाएगा जो उन ग्राहकों की यूपीआई आईडी और संबंधित यूपीआई नंबरों और फोन नंबरों की पहचान करेगा जिन्होंने अपने यूपीआई से एक साल तक कोई लेनदेन नहीं किया है। इसके बाद, इन ग्राहकों की यूपीआई आईडी और यूपीआई नंबर इनकमिंग क्रेडिट लेनदेन के लिए डिसेबल कर दिए जाएंगे और फिर पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर उसी फ़ोन नंबर को UPI मैपर से भी डिरजिस्टर कर देंगे। खबर के मुताबिक, हालांकि, ग्राहक मैपर लिंकेज के लिए अपने संबंधित यूपीआई ऐप को फिर से रजिस्टर कर सकते हैं और वे जरूरत के मुताबिक यूपीआई पिन का इस्तेमाल करके भुगतान, गैर-वित्तीय लेनदेन कर सकते हैं।