मार्च के महीने की शुरुआत से ही लोग टैक्स पर छूट पाने के लिए अलग-अलग चार्टर्ड अकाउंटेंट्स से टिप्स लेते हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इससे पहले ही टैक्स बेनिफिट पाने के लिए कई सरकारी योजनाओं में निवेश कर रिटर्न फाइल करने की तैयारी में लग जाते हैं। क्या आप भी टैक्स पर छूट पाने के लिए जुगाड़ लगा रहे हैं? तो नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) में निवेश कर हर साल बहुत ही आसानी से इस पर छूट ले सकते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं NSC के कई और लाभ भी हैं। इसमें निवेश करने पर रिटर्न की गारंटी होती है।
NSC में निवेश पर पाएं 1.50 लाख तक टैक्स छूट
NSC में निवेश कर रिटर्न फाइल करते समय टैक्स पर लगभग 1.50 लाख रुपये तक की छूट ले सकते हैं। निवेशकों को यह लाभ सेक्शन 80c के तहत मिलते हैं। इंडियन पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी यह एक सरकारी सर्टिफिकेट स्कीम है। 1 जनवरी के बाद से इसमें इंट्रेस्ट रेट पर बढ़ोतरी हुई है। 6.8% से बढ़ाकर इसे 7% ब्याज दर किया गया है। इस साल अगर आप इसमें निवेश करते हैं तो आपको टैक्स छूट के अलावा अन्य कई तरह के बेनिफिट्स भी मिल सकते हैं।
5 वर्ष है NSC मैच्योर होने की समय अवधि
NSC में 5 वर्ष के लिए निवेश कर हर साल कंपाउंडिंग इंट्रेस्ट का लाभ ले सकते हैं। इसके अलावा रिटर्न की पूरी गारंटी मिलती है। इसमें निवेश करने पर समय अवधि से पहले पार्सियल विड्रोल कर पाना संभव नहीं होता है। यानी आप इस सर्टिफिकेट को जमा कर 5 साल के बाद ही पूरा अमाउंट वापस ले सकते हैं। इसके अलावा ब्याज दरों में बदलाव होने के बाद भी इसका असर एनएससी के ऊपर नहीं पड़ता है। इसे मैच्योर होने के बाद भी उसी ब्याज दर पर पूरी रकम वापस ले सकेंगे।
NSC में निवेश करने की सीमा और इससे जुड़ी जरूरी बातें
NSC में निवेश करने की शुरुआत मात्र 1000 रुपये से भी कर सकते हैं और इसकी अधिकतम कोई भी सीमा नहीं है। Post Office NSC के अनुसार इसमें 10 लाख रुपये निवेश कर 5 साल बाद 7% ब्याज दर से 14,02,552 रुपये ले सकेंगे। NSC को अपने आसपास मौजूद किसी भी इंडियन पोस्ट ऑफिस से ले सकते हैं। सेविंग सर्टिफिकेट लेने पर जो पैसे मिलते हैं उस पर टीडीएस नहीं देना होता है। लेकिन यह रकम इनकम टैक्स में शामिल होते हैं। देश का कोई भी नागरिक पर्सनल और जॉइंट अकाउंट इसमें खुलवा सकते हैं।