Highlights
- किसी भी म्यूचुअल फंड को समझने के लिए उस फंड के पिछले दो-तीन साल के प्रदर्शन को देखें
- म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले उसका पोर्टफोलियो चेक जरूर करें
- बड़े ब्रांड के नाम पर म्यूचुअल फंड में निवेश एक मात्र मापदंड नहीं होना चाहिए
Mutual Funds में किए हुए निवेश पर बैंक एफडी और पोस्टल स्कीम से ज्यादा रिटर्न मिलता है। इसके चलते निवेशकों का रुझान तेजी से म्यूचुअल फंड स्कीम की ओर बढ़ा है। लेकिन, ऐसा नहीं है कि सभी निवेशकों को मोटा रिटर्न ही मिला है। बिना सोचे-समझे किए हुए निवेश पर उम्मीद के अनुरूप रिटर्न नहीं मिलता है और अक्सर घाटा भी उठाना पड़ा है। एक्सपर्ट का कहाना है कि इसकी वजह निवेशक को फंड के बारे में सही जानकारी नहीं होना है। हम आज आपको बता रहा है कि किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले निवेशकों को किन-किन बातों की जानकारी जरूर लेनी चाहिए।
1. फंड का पिछला प्रदर्शन देखें
किसी भी म्यूचुअल फंड को समझने के लिए उस फंड के पिछले दो-तीन साल के प्रदर्शन को देखें। हालांकि, पिछला प्रदर्शन भविष्य के प्रदर्शन का आधार नहीं हो सकता है। लेकिन, इससे आपको यह पता चल जाएगा कि यह फंड कैसा प्रदर्शन कर रहा है। उदाहरण के तौर पर अगर कोई फंड तीन साल से मार्केट में है और उसमें 10,000 रुपए का निवेश किया गया है तो यह देखना होगा कि आज के समय में 10,000 रुपए की वैल्यू क्या है और उस पर कितना फीसदी रिटर्न साल दर साल मिला है।
2. पोर्टफोलियो चेक करना बहुत जरूरी
पोर्टफोलिओ निवेशक म्यूचुअल फंड में इसलिए निवेश करता है कि इसमें शेयर मार्केट से कम रिस्क होता है। शेयर मार्केट में कोई निवेशक खुद से शेयर का चुनाव करने में असमर्थ होता है, जबकि म्यूचुअल फंड का चुनाव वह कर सकता है। इसलिए म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले उसका पोर्टफोलियो चेक करना बहुत जरूरी होता है। अगर, आप डेट फंड में निवेश करते हैं तो उसका क्रेडिट प्रोफाइल जरूर चेक कर लें।
3. एक्सपेन्सेज रेशियो को जरूर चेक करें
म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले एक्सपेन्सेज रेशियो को जरूर चेक करें। अगर, डेट फंड में निवेश करने जा रहे हो तो एक्सपेन्स रेशियो देखना अनिवार्य हो जाता है। अगर डेट फंड में एक्सपेन्स रेशियो कम है तो इसमें निवेश करना ज्यादा फायदेमंद होगा। इसके साथ ही फंड का कार्पस भी चेक करें। कार्पस में तेजी से गिरना भी खतरे की घंटी होता है।
4. बड़ा नाम निवेश का पैमाना नहीं
कभी भी बड़े ब्रांड के नाम पर म्यूचुअल फंड में निवेश एक मात्र मापदंड नहीं होना चाहिए। किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले उसके विषय में रिसर्च और डेटा विश्लेषण करना चाहिए। व्यक्तिगत सुझाव, विज्ञापन और ब्रांड नामों को ज्यादा महत्व न दें। निवेश करने से पहले फंड का ट्रैक रिकॉर्ड देखें और फिर निवेश करने का फैसला करें।