बीते कुछ सालों में म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिये निवेश करने वाले निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। मौजूदा समय में देश में छोटे से बड़े शहर के लाखों लोग म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। हालांकि, उनमें से बहुत कम ही अपने किए हुए निवेश पर मिलने वाले रिटर्न की गणना करने में सक्षम हैं। अगर आप भी उनमें शामिल हैं जो म्यूचुअल फंड में निवेश तो कर रहे हैं लेकिन रिटर्न की गणना करना नहीं जान रहे हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम आपको Mutual Fund में SIP के जरिये किए हुए निवेश पर रिटर्न की गणना करने का तारीका बता रहे हैं। इससे आप आसानी से रिटर्न को कैलकुलेट कर पाएंगे।
पॉइंट-टू-पॉइंट या अब्सोल्यूट रिटर्न
म्यूचुअल फंड रिटर्न जानने के लिए यह तरीका आपके शुरुआती निवेश पर सीधे रिटर्न की गणना करने में सहायता करती है। इसके लिए आपको निवेश शुरू करने और मौजूदा समय में चल रहे शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य (एनएवी) पता होना चाहिए। पॉइंट-टू-पॉइंट या अब्सोल्यूट रिटर्न की गणना में, होल्डिंग की अवधि परिणाम को प्रभावित नहीं करती है। उदाहरण के लिए, अगर आवपने जब निवेश शुरू किया तो शुरुआती एनएवी 20 रुपये थी और अब 3 साल बाद 40 रुपये तक पहुंच गई है, तो पॉइंट-टू-पॉइंट रिटर्न 100% है।
सीधे शब्दों में कहें तो, पूर्ण रिटर्न = (वर्तमान एनएवी - प्रारंभिक एनएवी)/ प्रारंभिक एनएवी x 100। जब होल्डिंग अवधि 12 महीने से कम हो तो रिटर्न की गणना करने के लिए इस फॉर्मूले का उपयोग करें।
कम्पाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR)
जब म्यूचुअल फंड निवेश की अवधि एक वर्ष से अधिक बढ़ जाती है, तो चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) रिटर्न को दर्शाने के लिए अधिक प्रभावी उपाय बन जाती है। सीएजीआर एक एकल आंकड़ा प्रदान करता है जो दर्शाता है कि अगर निवेश लगातार सालाना समान रिटर्न उत्पन्न करता तो निवेश कैसे बढ़ता। सीएजीआर औसत वार्षिक वृद्धि दर के रूप में कार्य करता है।
मान लीजिए कि आपने तीन साल पहले 20 रुपये की एनएवी पर एमएफ में 1 लाख रुपये का निवेश किया था। अब एनएवी 40 रुपये है।
यह फॉर्मूला है: (((अंतमूल्य/आरंभमूल्य)^(1/वर्षों की संख्या))-1*100
तो यह होगा
= (((40/20)^(1/3))-1)*100 =25.99%