भारतीय शेयर बाजार ऑल टाइम हाई पर पहुंचकर शुक्रवार को बंद हुए। स्टॉक मार्केट के दोनों अहम इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी रिकॉर्ड हाई पर बंद हुए। आपको बता दें कि शुक्रवार को बीएइर्स Sesnex 969.55 अंक उछलकर 71,483.75 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई Nifty 273.95 अंक चढ़कर 21,456.65 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार में शानदार रैली से स्टॉक निवेशकों की बल्ले-बल्ले हो रखी है। इसका फायदा सिप के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों को भी हो रहा है। इसी के चलते कई म्यूचुअल फंड ने निवेशकों की छप्परफाड़ कमाई कराई है। ऐसा ही एक फंड है, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इक्विटी और डेट फंड। इस फंड ने पिछले 24 साल में निवेशकों के एक लाख रुपये का 29.33 लाख बना दिया है।
1999 में फंड की शुरुआत हुई थी
यह फंड 3 नवंबर, 1999 को लॉन्च किया गया था। तब से इसने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। अगर किसी निवेशक ने उस समय एक लाख रुपये का एकमुश्त निवेश, किया तो अब 30 नवंबर, 2023 तक कुल निवेश मूल्य का 29.33 लाख रुपये हो गया है। इसका अर्थ है 15.06% के सीएजीआर से रिटर्न मिला है। सेबी के स्कीम वर्गीकरण नियम के अनुसार, फंड का इक्विटी एक्सपोजर 65%-80% के बीच होता है जबकि डेट एक्सपोजर 20%-35% के बीच है।
एक साल में शानदार रिटर्न दिया
पिछले एक साल में भी इस फंड ने न केवल बेंचमार्क से बेहतर परफॉर्मेंस किया है, बल्कि अपनी कैटेगरी के प्रतिस्पर्धियों से काफी आगे निकल गया है और यह लगभग सभी समय-सीमा के दौरान अपनी कैटेगरी में लगातार बेहतर परफॉर्मेंस करने वाले फंड के रूप में उभरा है। एसआईपी से अगर 10,000 रुपये का मासिक निवेश इस फंड में शुरू से किया गया तो वह इस समय बढ़कर 2.8 करोड़ रुपये हो गया है। इस दौरान निवेश केवल 28.9 लाख रुपये का ही किया गया है। इसका मतलब 16.12% का सीएजीआर की दर से रिटर्न मिला है।
लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में निवेश करने की सुविधा
इस योजना में बाजार पूंजीकरण यानी लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में निवेश करने की सुविधा है। 30 नवंबर, 2023 तक लार्ज, मिड और स्मॉल कैप शेयरों में एक्सपोज़र क्रमशः 90%, 5% और 5% है। आवंटन इन-हाउस प्राइस टू बुक मॉडल के अनुसार योजना के शुद्ध इक्विटी स्तर पर निर्भर करेगा। स्टॉक चयन के लिए, योजना टॉप-डाउन और बॉटम-अप अप्रोच के मिक्स का उपयोग करती है और अपने निवेश अप्रोच में सेक्टर को ज्यादा महत्व नहीं देता है। यह फंड पावर, टेलीकॉम, ऑटो और ऑयल एंड गैस पर ज्यादा भरोसा नहीं करता है।
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