Mutual Fund शेयर बाजार में एक्टिव न रहते हुए निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका है। इसमें इन्वेस्ट करने के मुख्यतः दो तरीके हैं। पहला- एसआईपी और दूसरा- लंपसम। एसआईपी में आपको किस्त की तरह हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करनी होती है। वहीं, लंपसम में एक साथ सारी पूंजी एक ही समय पर निवेश करनी है। निवेश के इन दोनों तरीकों के अपने-अपने फायदे नुकसान है।
Mutual Fund में SIP करने के फायदे और नुकसान
- एसआईपी करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि हर महीने निवेश करने से आपमें वित्तीय अनुशासन पैदा होता है।
- आप बेहद छोटी राशि जैसे 100 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
- एसआईपी का फायदा यह है कि आप बाजार के सभी उतार-चढ़ाव में निवेश करते हैं। इस कारण आपका निवेश है एवरेज होता रहता है और इससे आप लंबे समय में अच्छा पैसा बना सकते हैं।
- इनकम बढ़ने के साथ-साथ आप एसआईपी को बढ़ा सकते हैं। इससे आपको अच्छा रिटर्न हासिल करने में मदद मिलती है।
- एसआईपी का नुकसान यह है कि अगर आप बाजार में किसी बड़ी गिरावट का फायदा नहीं उठा पाते हैं।
- अगर एसआईपी की कोई किस्त भूल जाते हैं तो आपको जुर्माने का भुगतान करना पड़ता है।
Mutual Fund में लंपसम निवेश करने के फायदे और नुकसान
- म्यूचुअल फंड में लंपसम यानी एकमुश्त निवेश करने का फायदा यह है कि आप बाजार के उतार-चढ़ाव का फायदा उठा सकते हैं।
- लंपसम निवेश में एक साथ निवेश करना होता है। इसके आप किसी भी प्रकार के जुर्माने आदि से बच जाते हैं।
- लंपसम निवेश का नुकसान यह है कि इससे वित्तीय अनुशासन विकसित नहीं होता है। ऐसे में कई बार बड़े अवसर निवेशकों के हाथ से निकल जाते हैं।
- लंपसम निवेश के बाजार की बहुत गहराई की जानकारी की आवश्यकता होती है। अगर आपकी छोटी सी भी गलती नुकसान में परिवर्तित हो सकती है।
lumpsum या SIP: क्या है बेस्ट?
अगर आप बाजार की अच्छी जानकारी रखते हैं और आपके पास एक बड़ी पूंजी है तो लंपसम निवेश करना अच्छा हो सकता है। वहीं, अगर आप नए हैं और पूंजी भी कम है तो एसआईपी बेस्ट है।
(नोट:यह रिपोर्ट सामान्य जानकारी के आधार पर तैयार की गई है। निवेश का कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहाकार से राय जरूर लें।)