मेट्रो सिटी में रहने वाले आज हर तीन में से दो व्यक्ति क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं। क्रेडिट कार्ड के बढ़ते इस्तेमाल के साथ कर्ज के जाल में फंसने की घटना में तेजी आई है। ऐसा इसलिए कि सभी बैंक क्रेडिट कार्ड से खरीदारी के बाद बिल चुकाने के लिए ईएमआई में कन्वर्ट का विकल्प दे रहे हैं। इस चक्कर में कई लोग बजट से बाहर जाकर बड़ी खरीदारी कर ले रहे हैं। उनको लगता है कि वो बिल का भुगतान ईएमआई में कर देंगे। हालांकि, बाद में वो चुकाने में सक्षम नहीं होते और कर्ज के जाल में फंसते चले जाते हैं। आप भी इस जाल में न फंसे, इसके लिए हम आपको 5 बातें बता रहे हैं। इसको फॉलो कर आप अपने को कर्ज के जाल में फंसने से रोक सकते हैं।
जरूरत अनुसार ही बिल को ईएमआई में कन्वर्ट करें
पैसाबाजार के क्रेडिट कार्ड हेड, रोहित छिब्बर ने इंडिया टीवी को बताया कि क्रेडिट कार्ड में पूरे बिल, उसके कुछ हिस्से या किसी चुनिंदा ट्रांजेक्शन को ईएमआई में बदलने का विकल्प होता है। इसलिए अपने क्रेडिट कार्ड बिल को ईएमआई में कन्वर्ट करने से पहले कैलकुलेट करें कि आप कितना बिल चुका सकते हैं, और कितना आपको ईएमआई में कन्वर्ट करना चाहिए ताकि आप अधिक ब्याज देने से बच जाएं। क्योंकि आप जितना भी बिल ईएमआई में कन्वर्ट करते हैं, उस पर भारी ब्याज लगता है। अगर आप क्रेडिट कार्ड से बड़े ट्रांजेक्शन की सोच रहे हैं तो क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड के बदले लोन जैसे विकल्पों की भी तुलना कर लेनी चाहिए, क्योंकि कई बार इनकी ब्याज दर क्रेडिट कार्ड की ईएमआई पर लागू ब्याज दरों से कम होती है।
बैलंस ट्रान्सफर का विकल्प कब चुनें
अगर आपके क्रेडिट कार्ड पर ईएमआई कंवर्जन की फैसिलिटी नहीं है, या ब्याज दर बहुत ज्यादा है तो आप क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रान्सफर का विकल्प चुन सकते हैं। इसके तहत अपने क्रेडिट कार्ड बिल को किसी अन्य बैंक के क्रेडिट कार्ड में ट्रान्सफर कर सकते हैं, और फिर उसे ईएमआई में कंवर्ट कर आसानी से चुका सकते हैं।
ब्याज दर की तुलना जरूर करें
क्रेडिट कार्ड के बकाये बिल को ईएमआई में कंवर्ट करने पर आपको 18% से 49% सालाना की दर से ब्याज चुकाना होता है। हालांकि, ईएमआई कंवर्जन पर कितनी ब्याज दर लागू होगी ये कार्डधारक की क्रेडिट प्रोफ़ाइल, उसके पुनर्भुगतान रिकॉर्ड और ट्रांजेक्शन पैटर्न पर निर्भर करता है। इसलिए, अगर आपके पास कई क्रेडिट कार्ड हैं और कुछ ऐसे क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शन करने की योजना बना रहे हैं जिन्हें बाद में ईएमआई में कंवर्ट कराना होगा, तो अपने सभी क्रेडिट कार्ड ब्याज दरों की तुलना जरूर करें, और अपने लिए सबसे बेहतर विकल्प चुनें।
ईएमआई की भुगतान अवधि का चयन सोच-समझ कर करें
छिब्बर बताते हैं कि क्रेडिट कार्ड ईएमआई कंवर्जन की भुगतान अवधि बैंक और चुनी गई ईएमआई कंवर्जन फैसिलिटी के आधार पर भिन्न हो सकती है। आमतौर पर ये अवधि 3 महीनों से 48 महीनों के बीच होती है। अवधि जितनी लंबी होगी ब्याज भी उतना ही ज्यादा चुकाना पड़ेगा। इसलिए क्रेडिट कार्डधारक को हमेशा सबसे छोटी अवधि का विकल्प चुनना चाहिए, जिसके दौरान वे अपने जरूरी मासिक खर्चों पर दबाव डाले बिना आराम से अपनी ईएमआई चुका सके।
अन्य क्रेडिट विकल्प भी देखें
जो लोग क्रेडिट कार्ड से बड़ी खरीदारी कर उसे ईएमआई में कंवर्ट करने की योजना बना रहे हैं, उन्हें नो-कॉस्ट ईएमआई सुविधा की उपलब्धता के बारे में पता करना चाहिए। चूंकि नो-कॉस्ट ईएमआई के मामले में ब्याज पर मर्चेंट द्वारा छूट दी जाती है, क्रेडिट कार्डधारक को ईएमआई के रूप में खरीदारी की मूल राशि चुकानी पड़ती है। हालांकि, कार्डधारक को ब्याज पर लगे जीएसटी को चुकाना होगा।