सरकारी कंपनी इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) का आईपीओ 21 नवंबर को खुलने जा रहा है। इस आईपीओ में ओएफएस और फ्रैश इश्यू भी शामिल है। खुदरा निवेशक इस आईपीओ में 23 नवंबर तक पैसा लगा सकते हैं।
IREDA की डिटेल्स
आईआरईडीए को इस इश्यू के जरिए 2,150.21 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। इस आईपीओ में कुल 67.19 करोड़ शेयरों की बिक्री की जाएगी, जिसमें से 40.32 करोड़ शेयर फ्रैश इश्यू और 26.88 करोड़ रुपये शेयर ओएफएस के तहत बेचे जाएंगे। इसका प्राइस बैंड 30 रुपये से लेकर 32 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
IREDA का कारोबार
आईआरईडीए भारत सरकार की एक एनबीएफसी कंपनी है। यह एक ग्रीन प्रोजेक्ट्स को फाइनेंस करने का काम करती है। वित्त वर्ष 21-23 के बीच कंपनी के प्रॉफिट में 58 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़े हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की आय 21.7 प्रतिशत बढ़कर 3,481.9 करोड़ रुपये हो गई है। यह पिछले वित्त वर्ष में 2,859.9 करोड़ रुपये करोड़ रुपये थी। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी को 294.6 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है।
क्या है इस पर ब्रोकर्स की राय?
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, निर्मल बंग सिक्योरिटीज का कहना है कि वित्त वर्ष 21-23 के बीच कंपनी की लोन बुक 30 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़कर 47,076 करोड़ रुपये की हो गई है। यह पीएफसी और आरईसी से ज्यादा है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी तेजी से उभर रहे ग्रीन हाइड्रोजन, बैटरी स्टोरेज वैल्यू चेन और ग्रीन एनर्जी में काम कर रही है। यहां तेजी से लोन बुक बढ़ने की उम्मीद है। बेस और वैल्यूएशन भी ठीक है। इस कारण निर्मल बंग ने इसे सब्सक्राइब करने की राय दी।
लायंस सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने कहा कि आईआरईडीए ने पिछले कुछ वर्षों में अच्छी प्रॉफिट ग्रोथ दिखाई है। साथ ही मजबूत ग्रोथ का आउटलुक और एक अनुभवी प्रबंधन टीम है। इस वजह हम सब्सक्राइब करने की सलाह देते हैं।