Highlights
- प्लानिंग:पहली सैलरी से ही करें इन्वेस्टमेंट की शुरुआत
- नौकरी पेशा वर्ग के लिए रिटायरमेंट प्लानिंग करना बहुत जरूरी
- अपने हिसाब से सही जगह निवेश करना चाहिए
Investment Tips: नौकरी पेशा वर्ग की हमेशा शिकायत रहती है कि वह अपने और परिवार के भविष्य की जरूतरों के लिए सही तरीके से बचत और निवेश नहीं कर पा रहा है। अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो बढ़ती महंगाई से परेशान हैं और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के निवेश करना चाहते हैं तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। अगर आपकी सैलरी 30 से 50 हजार रुपये मंथली है तो हम आपको वित्तीय प्लानिंग के साथ इनवेस्टमेंट की सटीक जानकारी दे रहे हैं। साथ ही यह भी बता रहे हैं कि आपको कम से कितने रुपया का बचत प्रति महीना करना चाहिए।
सैलरी का 20 से 25 फीसदी बचत करें
फाइनेंशियल प्लानर जितेंद्र सोलंकी का कहना है कि किसी भी नौकरी पेशा वाले लोग को अपनी सैलरी में से प्रति महीना 20 से 25 फीसदी रकम बचत करना चाहिए। अगर, सैलरी 50 हजार रुपये है तो कम से कम 10,000 रुपये प्रति महीना बचत करना चाहिए। हालांकि, जिनकी सैलरी कम है उनके लिए थोड़ी मुश्किल हो सकती है। ऐसे लोगों को एकस्ट्रा इनकम जनरेट करने पर विचार करना चाहिए।
रिटायरमेंट के लिए PPF और एनपीएस में करें निवेश
पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर वर्तमान में 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। ब्याज दर की गणना तिमाही आधार पर होता है। वहीं, नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) पर 8 से लेकर 10 फीसदी का रिटर्न मिलता है। दोनों स्कीम पर आयकर छूट मिलती है। अगर आप पीपीएम में निवेश करते हैं तो आयकर की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये की छूट ले सकते हैं। वहीं, एनपीएस पर आपको 50 हजार रुपये की अतिरिक्त छूट मिल जाती है।
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम्स में निवेश
अगर आपकी सालाना आय टैक्सेबल है तो इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम्स (ELSS) शानदार निवेश स्कीम है। इस स्कीम में 80 फीसदी तक इक्विटी में निवेश किया जाता है, जिसके चलते अच्छा रिटर्न मिलता है। इसके लिए मिनिमम 3 सालों का लॉक-इन पीरियड होता है और इसमें निवेश करने पर सेक्शन 80सी के तहत डिडक्शन का लाभ मिलता है। निवेश की अवधि ज्यादा होने के कारण नेगेटिव रिटर्न की संभावना कम होती है।
म्युचुअल फंड में निवेश
आज के समय में सैलरी से निवेश करने का सबसे अच्छा आप्शन म्यूचुअल फंड है। इसमें आप एसआईपी के जरिये अपनी सुविधा अनुसार निवेश कर सकते हैं। हालांकि, कभी भी निवेश करने से पहले अपनी कमाई और फाइनेंशियल गोल का जरुर ध्यान रखें। वहीं, किसी भी स्कीम में निवेश से पहले पूरी जानकारी जरूर जुटा लें। लंबी अवधि में आप म्यूचुअल फंड निवेश से शानदार रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश
अगर आप बिल्कुल जोखिम लेना नहीं चाहते हैं तो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश कर सकते हैं। पांच साल के एफडी पर टैक्स छूट भी मिलती है। हालांकि, अभी इस पर ब्याज काफी कम मिल रहा है। हाल के दिनों में बैंकों ने एफडी पर ब्याज बढ़ाना शुरू किया है। आने वाले दिनों में इस पर भी आपको 6 से 8 फीसदी का रिटर्न मिलना शुरू हो सकता है। फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश का परंपरागत साधन है. हालांकि, इसपर काफी कम रिटर्न मिलता है। इसके मुकाबले पब्लिक प्रोविडेंट फंड, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट जैसे स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर रिटर्न ज्यादा मिलता है।
इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं
रिटायरमेंट के लिए पैसा जोड़ने के अलावा नौकरी जाने जैसी आपातकालीन स्थितियों के लिए भी इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं। यह इमरजेंसी फंड आपके कम से कम 5 से 6 महीने के सैलरी के बराबर होना चाहिए। इससे आपको बुरे वक्त से निपटने में मदद मिलेगी।