Investment tips: प्लानिंग के साथ हर माह एक निश्चित रकम निवेश करके आप बड़ी रकम बना सकते हैं। एक बड़ी रकम बनाने के लिए आप नियमित तौर पर म्युचुअल फंड में सिप के जरिये निवेश कर सकते हैं। अगर आप 15 साल में करोड़पति बनना चाहते हैं तो आपको इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेश करना चाहिए। हम आपको बता रहे हैं कि आपको हर महीने कितना निवेश करना और किस तरह आप आसानी से 1 करोड़ 26 लाख रुपये 15 साल के बाद अपने भविष्य की जरूरतों के लिए जमा कर लेंगे।
1.26 करोड़ के लिए कितना करना होगा निवेश
अगर आप अपने खाते में 1.26 करोड़ रुपये चाहते हैं तो आपको 25,000 रुपये प्रति महीना अगले 15 साल तक निवेश करना होगा। इस पर 12 फीसदी की दर से रिटर्न मिलने की उम्मीद की जाती है। ऐसे में आप 15 साल के बाद आसानी से 1,26,14,400 रुपये जमा कर लेंगे। 15 साल में आप 45 लाख रुपये जमा करेंगे और आपको रिटर्न के रूप में 81,14,400 रुपये मिलेंगे। इस तरह आप आसानी से 1.26 करोड़ जमा कर लेंगे।
कौन से फंड में करें निवेश
इक्विटी म्युचुअल फंड कैटैगरी में लाॅन्ग टर्म में सबसे ज्यादा रिटर्न स्माल और मिड कैप ने दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार इस फंड कैटेगरी ने पिछले 10 साल में सालाना 15.05 फीसदी रिटर्न (सीएजीआर) दिया है। पिछले 5 साल में इस फंड कैटेगरी में और ज्यादा यानी सालाना 22.47 फीसदी रिटर्न (सीएजीआर) दिया है। लार्ज कैप और डायवर्सिफाइड म्युचुअल फंड की तुलना में यह रिटर्न काफी अधिक है। निवेश शुरू करने के लिए आप एक या दे स्माल और मिड कैप म्युचुअल फंड सेलेक्ट कर सकते हैं। कैलकुलेशन के लिए हम मान लेते हैं कि आपका म्युचुअल फंड लॉग टर्म में 15 फीसदी सालाना रिटर्न देगा।
कैसे चुने अपने लिए सही सिप का चुनाव
एक्सपर्ट्स के अनुसार एक सिप का चुनाव करने के लिए आपको 4 फैक्टर्स को दिमाग में रखना चाहिए। पहला, जो कंपनी फंड चला रही है वह कितनी पुरानी है और भारत में कब से काम कर रही है। दूसरा, फंड का साइज कितना बड़ा है, निवेश हमेशा 1000 करोड़ से बड़े फंड में ही करें। तीसरा, फंड ने पिछले वर्षों में कितना रिटर्न दिया है और चौथा फंड का मैनेजर कितना पुराना है और उसकी परफौर्मेंस कैसी है। अगर फंड का मैनेजर बदला है तो क्या फंड के रिटर्न पर कोई असर पड़ा है।
निवेश में अनुशासन
एसआईपी से निवेश करने का एक बड़ा फायदा यह है कि यह निवेश के मामले में आपको अनुशासित रखता है। हर महीने आपको बैंक खाते से निश्चित रकम म्यूचुअल फंड कंपनी को चली जाती है। एसआईपी आपने खोल लिया तो कभी जरूरत से ज्यादा खर्च नहीं करेंगे। आपको पता है कि निश्चित रकम तय तारीख को हर महीने आपके खाते से निकलकर म्यूचुअल फंड कंपनी को जाएगी। इस तरह निवेश में अनुशासन बना रहता है।