सरकार ने मंगलवार को पीपीएफ और एनएससी सहित अलग-अलग छोटी बचत योजनाओं पर 1 जनवरी 2025 से शुरू होने वाली चौथी तिमाही (1 जनवरी, 2025 से शुरू होकर 31 मार्च, 2025 तक) के लिए ब्याज दरें अपरिवर्तित रखी। ऐसा लगातार चौथी तिमाही हुआ है जब सरकार ने इन योजनाओं पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, सरकार हर तिमाही में डाकघरों और बैंकों द्वारा संचालित छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को नोटिफाई करती है।
इतनी हैं ब्याज दरें
वित्त मंत्रालय की एक नोटिफिकेशन में कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत जमा पर 8. 2 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी, जबकि तीन साल की सावधि जमा पर दर चालू तिमाही में प्रचलित 7. 1 प्रतिशत पर बनी रहेगी। लोकप्रिय सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और डाकघर बचत जमा योजनाओं की ब्याज दरें भी क्रमशः 7. 1 प्रतिशत और 4 प्रतिशत पर बरकरार रखी गई हैं। किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.5 प्रतिशत होगी और निवेश 115 महीनों में परिपक्व होगा।
एनएससी पर ब्याज दर
इसके अलावा, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) पर ब्याज दर जनवरी-मार्च 2025 की अवधि के लिए 7.7 प्रतिशत पर बनी रहेगी। मौजूदा तिमाही की तरह, मासिक आय योजना निवेशकों के लिए 7.4 प्रतिशत अर्जित करेगी। सरकार ने पिछली बार पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के लिए कुछ योजनाओं में बदलाव किया था। सरकार की इन छोटी बचत योजनाओं पर गारंटीड रिटर्न मिलता है। इन स्कीम्स में छोटी रकम भी हर महीने जमा कर निवेश की शुरुआत की जा सकती है।
नियमों में है ये ढील
सरकार के नए मानदंडों के तहत वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत खाता खोलने को तीन महीने का समय मिलता है। कोई व्यक्ति सेवानिवृत्ति लाभ प्राप्त होने की तारीख से तीन महीने के भीतर वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत खाता खोल सकता है। परिपक्वता की तारीख या विस्तारित परिपक्वता की तारीख पर योजना के लिए तय दर से ब्याज मिलता है। राष्ट्रीय बचत सावधि जमा योजना में अगर पांच साल की अवधि वाले खाते में जमा राशि खाता खोलने की तारीख से चार साल के बाद समय से पहले निकाली जाती है, तो डाकघर बचत खाते पर लागू दर से ब्याज देय होगा।