दुनियाभर के साथ भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर से उथल-पुथल का दौर शुरू हो गया है। रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते दुनिया में बढ़ी महंगाई ने बाजार का मूड खराब किया है। इसके चलते मार्केट में गिरावट देखने को मिल रही है। मार्केट टूटने से शेयर बाजार के साथ म्यूचुअल फंड के निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में अगर आप एक म्यूचुअल फंड निवेशक हैं तो हाइब्रिड फंड का चुनाव कर सकते हैं। हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आप हाइब्रिड फंड में निवेश कर न सिर्फ बाजार के उतार-चढ़ाव से अपने को सुरक्षित कर सकते हैं बल्कि अपने निवेश पर शानदार रिटर्न भी प्राप्त कर सकते हैं।
हाइब्रिड फंड क्या है?
हाइब्रिड फंड म्यूचुअल फंड की एक स्कीम है जो इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करता है। कई हाइब्रिड फंड तो सोने और चांदी में भी निवेश करते हैं। इक्विटी के भीतर भी लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में निवेश करने की आजादी होती है। इसलिए निवेशकों को बैलेंस रिटर्न मिलता है। उदाहरण के लिए, जब बाजार गिरते हैं, तो सोने की कीमतें बढ़ती हैं और जब बाजार ऊपर उठता है तो सोने की कीमतें कम होती है। इस तरह निवेशकों का नुकसान नहीं होता है। फाइनेंशियल एक्सपर्ट का मनना है कि वो निवेशक अगर बाजार में रिस्क कम लेना चाहता है, उसके लिए हाइब्रिड फंड एक बेहतर विकल्प है। आपको बता दें कि हाइब्रिड फंड मुख्य रूप से छह प्रकार के होते हैं।
कैसा रहा है हाइब्रिड फंड का परफॉर्मेंस?
मार्केट में उपलब्ध हाइब्रिड फंड के प्रदर्शन पर नजर डालें तो निप्पॉन इंडिया मल्टी एसेट फंड और निप्पॉन इंडिया इक्विटी हाइब्रिड जैसे फंडों ने पिछले एक साल में 16.43% और 18.74% का रिटर्न दिया है। वहीं, इसी अवधि के दौरान, एचडीएफसी मल्टी एसेट फंड और टाटा मल्टी एसेट फंड ने क्रमशः 13.98% और 15.25% का रिटर्न दिया है। बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों में, जो हाइब्रिड कैटिगरी में हैं, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल और सुंदरम ने 10.94% और 11.06% का वार्षिक रिटर्न दिया है, जबकि निप्पॉन इंडिया बैलेंस्ड एडवांटेज फंड ने 11.29% का हाई रिटर्न दिया है।
क्यों हाइब्रिड फंड में अभी निवेश करना फायदेमंद
फाइनेंशियल एक्सपर्ट का कहना है कि भारत वैश्विक स्तर पर सबसे मजबूत और तेज रफ्तार से बढ़ने वाला इकोनॉमी बना हुआ है। इसके चलते भारतीय बाजार में विदेशी निवेशक जमकर पैसा लगा रहे हैं। हाइब्रिड फंड इक्विटी और डेट दोनों को बेहद आकर्षक बनाता है। इसलिए, इक्विटी और डेट का संयोजन उन निवेशकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो या तो जोखिम लेने से झिझकते हैं या जो अपने पोर्टफोलियो को संतुलित करना या उसमें विविधता लाना चाहते हैं।