क्रेडिट कार्ड, क्रेडिट बनाने और रिवॉर्ड हासिल करने के आकर्षक अवसर देते हैं। लेकिन जब जिम्मेदारी से इनका इस्तेमाल नहीं किया जाता है, तो वे बढ़ते कर्ज का कारण बन सकते हैं। क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल का सबसे आदर्श तरीका हर महीने समय पर बैलेंस राशि का भुगतान करके ब्याज देने से बचना है। ब्याज दरें, जिन्हें क्रेडिट कार्ड पर सालाना प्रतिशत दरों के रूप में जाना जाता है, ज्यादातर क्रेडिट कार्ड के लिए खरीदारी, एडवांस कैश और बैलेंस ट्रांसफर पर लागू होती हैं। कार्डधारक ब्याज का भुगतान करने से बचना चाहते हैं, लेकिन इसके लिए क्रेडिट कार्ड का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करना सीखना भी जरूरी है। इसके लिए कुछ खास बातों पर गौर करेंगे तो वह आपके लिए बोझ नहीं बनेगा।
वही क्रेडिट कार्ड चुने जो आपके मतलब का हो
क्रेडिट कार्ड की खरीदारी में पहला कदम आपकी खर्च करने की आदतों पर विचार करना है। मार्केट में तमाम तरह के क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हैं। ऐसे में आपको अपनी जरूरत समझनी होगी। उदाहरण के लिए, क्या आप गैस या किराने के सामान पर कैशबैक कमाने से लाभ उठाना चाहते हैं? क्या आप अक्सर यात्रा करते हैं और क्या होटल डिस्काउंट आपके लिए महत्वपूर्ण हैं? ऐसी जरूरतों को समझकर ही उस हिसाब का क्रेडिट कार्ड चुनना चाहिए। क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने से पहले अपने मतलब को पूरा करते हुए कार्ड को सर्च करें।
एक साथ कई कार्ड के लिए नहीं करें अप्लाई
सबसे अच्छी प्रैक्टिस यह है कि पहले सर्च करें कि कौन से क्रेडिट कार्ड आपकी जरूरतों के लिए सबसे उपयुक्त हैं। लिस्ट को दो या तीन कार्ड तक सीमित करें और अप्लाई करने के लिए एक को चुनें। अगर पहला एप्लीकेशन स्वीकृत नहीं हुआ है, तो दूसरे कार्ड के लिए दोबारा प्रयास करें। अगर दूसरा स्वीकृत नहीं है, तो दोबारा अप्लाई करने से पहले कुछ महीने इंतजार करें। कुछ कार्डों के लिए योग्यता हासिल करने के लिए आपको अपने क्रेडिट स्कोर में सुधार करने की जरूरत पड़ सकती है।
गांठ बांध ले कि क्रेडिट कार्ड बिल समय पर चुकाना है
अगर आप क्रेडिट कार्ड ले रहे हैं तो इस बात को लेकर गांठ बांध लें कि आप क्रेडिट कार्ड बिल तय डेडलाइन से पहले चुका देंगे। बजाज फिन्सर्व के मुताबिक, अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आप बहुत ज्यादा ब्याज और लेट फाइन के जाल में फंसते चले जाएंगे। इतना ही नहीं, आपका क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर भी खराब होता चला जाएगा। बैंक और दूसरे ऋणदाता यह निर्धारित करने के लिए कि आप जोखिम भरा क्रेडिट उधारकर्ता हैं या नहीं, आपके क्रेडिट स्कोर को खंगालते हैं। क्रेडिट स्कोर कमजोर होने पर आपको भविष्य में लोन मिलने में परेशानी होगी या बहुत महंगे दर पर लोन मिलेगा।
सिर्फ वही खर्च करें जो आप वहन कर सकें
अप्लाई करने के बाद जब भी आपके हाथ में क्रेडिट कार्ज आ जाए, एक जरूरी बात यह जान लें कि आप खरीदारी उतने की ही करें जितना आप वहन कर सकते हैं। बैंक आपका क्रेडिट लिमिट समय-समय पर बढ़ाते रहते हैं। आपकी क्रेडिट लिमिट वह अधिकतम राशि है जो आप किसी कार्ड से खर्च कर सकते हैं। ध्यान रहे, आपको अपने द्वारा खर्च की गई सभी राशि का भुगतान करना होगा। ऐसा नहीं होने पर यानी पेमेंट से चूक जाने पर भारी-भरकम ब्याज और अन्य फीस चुकानी पड़ सकती है।