होम लोन की ईएमआई कम करने का एक सबसे आसान तरीका है कि आप अपने होम लोन को किसी ऐसे बैंक में ट्रांसफर कराए, जिसमें ब्याज दर मौजूदा बैंक से कम से हो। होम लोन लेने के बाद कभी भी किसी भी बैंक और एनबीएफसी कंपनी में ट्रांसफर करते हैं। होम लोन को ट्रांसफर करते समय आपको ब्याज दर के साथ बैंक के नियम व शर्तों को अच्छे से पढ़ लेना चाहिए, जिससे कि आपको भविष्य में कोई परेशानी न हो।
कैसे कराते हैं होम लोन को ट्रांसफर?
होम लोन को ट्रांसफर कराने के लिए सबसे पहले आपको बैंक या एनबीएफसी सिलेक्शन का करना होगा, जहां आपको पहले से कम ब्याज दर पर होम लोन मिल रहा हो। इसके बाद अपनी पात्रता और बैंक के ऑफर चेक करें। कई बार दिवाली या त्योहारी सीजन पर बैंकों की ओर से होम लोन ट्रांसफर पर कई ऑफर्स निकाले जाते हैं। जिसमें आपको प्रोसेसिंग फीस या ब्याज दर पर छूट दी जाती है।
होम लोन ट्रांसफर कराने का प्रोसेस
- बैंक का चयन करने के बाद आपको मौजूदा बैंक से एनओसी लेनी होगी।
- अब आप जिस बैंक में होम लोन ट्रांसफर कराना चाहते हैं। वहां एनओसी और जरूरी दस्तावेज जमा कराएं।
- फिर आपको नए बैंक और एनबीएफसी से होम लोन एप्रूवल का लेटर लेना है।
- अब नया बैंक आपको होम लोन की राशि जारी कर देगा। इसको पुराने होम लोन में जमा कर दें।
- इसके बाद पुराना बैंक प्रॉपर्टी के दस्तावेज ट्रांसफर कर देगा।
- अब बाकी बचे प्रोसेस को पूरा किया जाएगा और आपका होम लोन ट्रांसफर हो गया है।
होम ट्रांसफर में कभी न करें ये गलतियां
होम लोन ट्रांसफर केवल कम ब्याज दर को देखकर नहीं करना चाहिए। आपको बैंक या एफबीएफसी कंपनी की नियम व शर्तों को अच्छे से पढ़ लेना चाहिए। अन्यथा आपको भविष्य में नुकसान उठाना पड़ सकता है। हमेशा क्रेडिट स्कोर 750 से ऊपर होने पर ही होम लोन ट्रांसफर कराना चाहिए। इससे आपको कम से कम ब्याज दर पर लोन मिलता है।