जीवन में कई बार किसी खास जरूरत या जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए पर्सनल लोन लेने की नौबत आ जाती है। चूकि पर्सनल लोन काफी महंगा होता है तो जानकार भी यह सलाह देते हैं कि जब सारे ऑप्शन खत्म हो जाएं, तभी पर्सनल लोन के लिए जाना चाहिए। अब अगर आपको पर्सनल लोन लेना ही पड़ेगा तो इसमें भी आपको एक बेहतर और सही पर्सनल लोन की तलाश करनी चाहिए। इसका चुनाव काफी सोच-समझकर करना चाहिए। इससे आपको थोड़ी राहत और अन्य सुविधाएं जरूर मिल सकती हैं। आइए, यहां हम ऐसी ही कुछ खास बातों पर चर्चा करते हैं।
कितना ले रहे हैं लोन
पर्सनल लोन के लिए अफ्लाई करने से पहले आपको जरूरी लोन राशि तय कर लेना चाहिए। एक बार जब आप लोन राशि निर्धारित कर लेते हैं, तो आप लोन राशि और अवधि के आधार पर मासिक किस्त के दायित्वों को कैलकुलेट कर सकते हैं। अलग-अलग बैंकों या संस्थानों से लोन ऑफर की तुलना करने से आप एक बेहतर पर्सनल लोन चुन सकते हैं जो आपके बजट और वित्तीय लक्ष्यों के साथ मैच करता हो।
रीपेमेंट की अवधि
जब भी आप कोई लोन लेते हैं और इसके पुनर्भुगतान की अवधि मायने रखती है। लंबी अवधि चुनने से आपकी मासिक का बोझ कम हो जाता है, लेकिन लोन अवधि के दौरान अधिक कुल ब्याज का भुगतान करना पड़ता है। कम अवधि चुनने से आपकी मासिक किस्त बढ़ जाती है, लेकिन ब्याज भुगतान पर बचत होती है। इसलिए ऐसी अवधि चुनें जो आपके लिए बेहतर हो। अपने बजट और लोन चुकाने की क्षमता के मुताबिक अवधि विकल्प प्रदान करने वाले ऋणदाताओं की तलाश करें।
ब्याज दर है बहुत अहम
पर्सनल लोन लेते समय ब्याज दर को प्राथमिकता दें। कुल ऋण व्यय को कम करने के लिए सबसे कम संभव ब्याज दर हासिल करने की कोशिश करें। प्रतिष्ठित बैंक आमतौर पर निजी बैंकों या संस्थानों के मुकाबले काफी कम ब्याज दर ऑफर करते हैं। सबसे कम ब्याज दर और लागत वाली डील खोजने के लिए विभिन्न बैंकों द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरों पर रिसर्च करें और तुलना करें।
कम से कम डॉक्यूमेंट्स
जब आपको पैसों की तुरंत जरूरत है और आपके सामने एक लंबी आवेदन प्रक्रिया आ जाए तो यह थकाऊ हो सकता है। कई ऑनलाइन ऋणदाता न्यूनतम दस्तावेज के साथ सुव्यवस्थित प्रोसेस ऑफर करते हैं। bankbazaar के मुताबिक, तुरंत अप्रूवल के लिए परिचित बैंकों या ऋणदाताओं से पूर्व-स्वीकृत ऋण प्रस्तावों का पता लगाएं, जिसके लिए अक्सर न्यूनतम अतिरिक्त जानकारी की जरूरत होती है। ऋण राशि के आधार पर डॉक्यूमेंटेशन की जरूरतें अलग हो सकती हैं। लोन का अमाउंट अगर छोटा है तो अप्लाई करना ज्यादा आसान होता है।
प्रोसेसिंग फीस
पर्सनल लोन के लिए जब आप अप्लाई करेंगे तो आपको प्रोसेसिंग फीस भी चुकानी पड़ सकती है। यह फीस लोन एप्लिकेशन को संभालने से जुड़ी प्रशासनिक लागतों को कवर करने के लिए लगाया जाता है। बैंकों का आकलन करते समय, सबसे किफायती विकल्प को निर्धारित करने के लिए उनकी प्रोसेसिंग फीस और ब्याज दरों दोनों पर विचार करें। अगर अन्य ऋणदाताओं की तुलना में कम प्रोसेसिंग फीस के साथ ब्याज दर काफी अधिक है, तो उसे प्राथमिकता देने से बचें।