हम सभी अपनी लाइफ को बेहतर तरीके से सेटल करने के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करते हैं। एक समय के बाद हमें मान लेते हैं कि अब हमारी जिन्दगी ठीक ढंग से चल रही है और हम सेटल हो गए हैं। पर, क्या वास्तविक में ऐसा है? क्या आप फाइनेंशियल रूप से मजबूत हो गए हैं? आज हम आपको बता रहे हैं कि आप फाइनेंशियल रूप से कितने सक्षम हैं जांचने के पांच सरल तरीके।
बजट के अनुकूल खर्च
हर महीने का बजट हमारे-आपके वित्तीय स्थिति को मैनेज करने का बहुत ही अच्छा फॉर्मला है। महीने के शुरू में बजट बना कर हम खर्च और बचत का अनुमान लगा लेते हैं। इसके साथ ही यह भी पता चलता है कि फिजूल खर्च कहां पर हो रहा है। बजट के दूसरे पहलू को समझते हैं। अगर, आप अपने बनाए हुए बजट के अनुसार नहीं खर्च पा रहे हैं या महीने में कोई न कोई अनियोजित खर्च आ जा रहा है जिससे आपकी फाइनेंशियल स्थिति बिगड़ जा रही है तो यह खतरे की घंटी है। फाइनेंशियल रूप में सेटल होने का मतलब है कि आपकी वित्तीय स्थिति ऐसे खर्च का बहन करने के लिए तैयार हो। अगर, नहीं है तो आप को ऐसे खर्च से निपटने के लिए तैयार रहने की प्लानिंग करनी चाहिए।
मासिक खर्च के लिए पैसा
प्रत्येक महीने होने वाले मोटे खर्च जैसे घर का रेंट, ईएमआई, यूटिलिटी बिल आदि को भुगतान क्या आप आसानी स कर पार रहे हैं? इनको चुकाने में आपको कोई समस्या तो नहीं आ रही हैं। अगर आ रही है और इन बिलों को चुकाने के लिए किसी दोस्त या क्रेडिट कार्ड का सहारा लेना पड़ रहा है तो सावधान हो जाइए। यह इस बात का सीधा-सीधा इशारा है कि आप फाइनेंशियल रूप से मजबूत नहीं हुए हैं और आपकी वित्तीय स्थिति में बहुत ज्यादा सुधार की गुंजाइश है।
क्रेडिट कार्ड से कर्ज
हम सभी के लाइफ में कभी न कभी ऐसा समय आता है, जब अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए दोस्त, रिश्तेदार या बैंक से लोन लेना पड़ता है। यह ऐसा समय होता है जब हम अपने बचत से उस खर्च की भरपाई नहीं कर पाते हैं और इसको पूरा करने के लिए लोन लेना होता है। फिर इसको हम धीरे-धीरे चुका देते हैं। अगर, आप भी ऐसा करते हैं तो यह एक अच्छा संकेत है कि आप अपने फाइनेंशियल प्लान को लेकर सजग हैं। वहीं, दूसरी ओर अगर आप छोटे-छोटे जरूरतों को पूरा करने के लिए क्रेडिट कार्ड से कैश लिकालाने को बाध्य हो तो यह अच्छा संकेत नहीं है। यह बताता है कि आपकी फाइनेंशियल स्थिति मजबूत नहीं बल्कि बहुत ही कमजोर है।
एसेट बनाम कर्ज का बोझ
लिक्विड और दूसरे एसेट और कर्ज के बीच में एक संतुलन होना बहुत जरूरी होता है। इस का एक आर्दश आकड़ा आपके आय और उम्र से मापा जाता है। आम तौर पर औसतन कर्ज का बोझ जितना कम हो वह बेहतर माना जाता है। अगर, आपको अपनी कर्ज की ईएमआई चुकाने में प्रत्येक महीने समस्या आ रही है तो यह कमजोर वित्तीय स्थिति का संकेत है। आप अपने सेविंग और दूसरे बचत से जल्द से जल्द इसको कम करने की कोशिश करें। अगर, ऐसा नहीं करते हैं तो यह ठीक नहीं है। कभी बड़ा खर्च की भरपाई करना आपके लिए बहुत ही मुश्किल हो जाएगा।
क्रेडिट कार्ड पर निर्भता बढ़ जाना
क्रेडिट कार्ड शॉपिंग करने की आजादी देता है। पैसा नहीं होने पर हम अपने जरूरत के सामान खरीद पाते हैं और बिल का भुगतान भी जल्द नहीं करना पड़ता है। जब बिल चुकाने की बारी आती है तो मिनिमम रकम का भुगतान कर देते हैं और बिल को बकाया रखते हैं। यह सही नहीं है। क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर भुगतान नहीं करने से आपके ऊपर कर्ज का बोझ बढ़ता जाता है। अगर, आप ऐसा कर रहे हैं तो यह आपकी कमजोर फाइनेंशियल स्थिति को दर्शाता है। अगर, इन पांच में से तीन भी आपके साथ हो रहा है तो समय से पहले चेतने की जरूत है। आप इनमें सही प्लानिंग कर सुधार ला सकते हैं।