क्रेडिट कार्ड की लिमिट, क्रेडिट कार्ड कंपनी या बैंक द्वारा किसी विशेष क्रेडिट कार्ड पर निर्धारित खरीद सीमा है। यह आम तौर पर पैसे के संदर्भ में है, यह वह अधिकतम राशि होती है जिसे उपयोगकर्ता क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके खर्च कर सकता है। ऐसे समझें कि अगर आपका बैंक आपको 50,000 रुपये की लिमिट वाला क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करता है, तो आप अपने कार्ड पर उस राशि से ज्यादा खर्च नहीं कर सकते हैं। क्रेडिट लिमिट, क्रेडिट कार्ड के प्रकार के आधार पर अलग होती है और ग्राहक की योग्यता के आधार पर तय की जाती है। हालांकि बैंक आपकी क्रेडिट लिमिट बढ़ा सकते हैं। इसके लिए वह कुछ खास फैक्टर्स पर गौर करने के बाद ही फैसला लेते हैं।
बैंक किन बातों पर करते हैं गौर
जब आप क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो आपका बैंक आपकी क्रेडिट लिमिट तय करता है। यह दरअसल कई बातों को ध्यान में रखकर तय किया जाता है। इनमें आपकी सालाना आय, आपकी उम्र, आपके ऊपर वर्तमान में जो कर्ज है, आपके नाम पर क्रेडिट की राशि, आपकी रोजगार की स्थिति और सबसे महत्वपूर्ण बात आपकी आपका क्रेडिट हिस्ट्री और आपका क्रेडिट स्कोर कितना है, शामिल हैं। इन क्राइटेरिया में अगर बैंक को लगता है कि आप फिट बैठते हैं तो वह आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ा देते हैं। अगर बैंक को लगेगा कि जरूरी चीजें मैच नहीं कर रही हैं तो वह कार्ड की लिमिट नहीं बढ़ाएंगे।
बैंक बाजार के मुताबिक,अगर आप जिस कार्ड के लिए अप्लाई कर रहे हैं वह आपका पहला क्रेडिट कार्ड है या आपके नाम पर कोई क्रेडिट नहीं है, तो आपके क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट कम होगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि बैंक को ठीक से पता नहीं है कि उन्हें आप पर जोखिम लेना चाहिए या नहीं। हालांकि कम क्रेडिट लिमिट लंबे समय तक कम नहीं रहती है। अगर आप अपने कार्ड का सही इस्तेमाल करते हैं और अपना भुगतान पूरा और समय पर करते हैं, तो बैंक आपको आपके कार्ड पर क्रेडिट सीमा बढ़ाने का विकल्प देगा।
क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ने के फायदे
एक बार जब क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ जाती है तो उसके कुछ फायदे भी मिलते हैं। सबसे पहले तो आपकी खरीद करने के रेंज में बढ़ोतरी हो जाती है। चाहें तो आप उस नई लिमिट तक खरीदारी कर सकते हैं। इसके अलावा, आपको आपातकाल के दौरान मदद मिलती है। वित्तीय या मेडिकल इमरजेंसी के दौरान एक हाई क्रेडिट लिमिट हमेशा काम आती है। साथ ही, एक हाई क्रेडिट लिमिट जिसका आप इस्तेमाल नहीं करते हैं तो बैंक या ऋणदाता आपको ज्यादा अनुकूल दृष्टि से देखते हैं। ऐसे में लोन स्वीकृत होना बहुत आसान हो जाता है। ज्यादातर क्रेडिट कार्ड जो हाई क्रेडिट लिमिट के साथ आते हैं, वे कई सुविधाओं के साथ भी आते हैं जैसे एयरपोर्ट लाउंज तक पहुंच, होटलों की सदस्यता आदि का फायदा आप ले सकते हैं।