हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी होल्डर के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही कैशलेस क्लेम के तहत पॉलिसी होल्डर को 100% रकम का भुगतान बीमा कंपनियां करेंगी। पॉलिसी होल्डर को अपनी जेब से 1 रुपया भी नहीं देना होगा। अभी कैशलेस क्लेम (नकदी-रहित दावा) प्रक्रिया लंबी है और बीमा कंपनियां इलाज और अन्य मदों के नाम पर कुल बिल से 10 प्रतिशत या उससे अधिक की कटौती करती हैं। इससे बीमा धारक को पॉलिसी लेने के बाद भी आर्थिक बोझ पड़ता है। इस परेशानी को देखते हुए बीमा नियामक इरडा कदम उठाने जा रहा है। इरडा हेल्थ इंश्योरेंस के दावों के शत-प्रतिशत नकदी रहित और जल्द से जल्द निपटान के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (स्वास्थ्य बीमा) कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही है।
कैशलेस मरीज को भर्ती करने में भी आनाकानी
इसके साथ ही ज्यादातर अस्पताल नकदी-रहित दावों वाले मरीजों को भर्ती ही नहीं करते हैं। यहां तीन दिन के ‘ग्लोबल फिनटेक फेस्ट’ के दूसरे दिन भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) चेयरमैन देबाशीष पांडा ने कहा कि नियामक जल्द से जल्द 100 प्रतिशत नकदी-रहित दावा निपटान शुरू करने के लिए स्वास्थ्य बीमाकर्ताओं और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण और बीमा परिषद के साथ काम कर रहा है। हालांकि, उन्होंने इसके लिए कोई निश्चित समयसीमा नहीं दी है। उन्होंने कहा कि इरडा इसके लिए ‘नेशनल हेल्थ एक्सचेंज’ में अधिक अस्पतालों को शामिल करने के लिए बीमा परिषद और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ मिलकर काम कर रहा है।
वरिष्ठ नागरिकों को सस्ता पॉलिसी उपलब्ध कराने की तैयारी
पांडा ने कहा कि इरडा बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य बीमा की बेहतर और किफायती सेवा देने के लिए बीमा कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। यानी वरिष्ठ नागरिकों को सस्ता पॉलिसी उपलब्ध कराने की तैयारी है। हाल के दिनों में पॉलिसी प्रीमियम में बढ़ोतरी से बहुत सारे लोगों को पेरशानी हो रही है। इस बीच यह कदम वरिष्ठ नागरिकों को राहत देगा। आजादी के शताब्दी वर्ष 2047 तक ‘सभी को बीमा’ के लिए अभियान पर उन्होंने कहा, “हम लक्ष्य को समय से बहुत पहले हासिल करने के लिए काम करेंगे।”