मौजूदा समय में अधिकांश लोगों पर एक से अधिक लोन का बोझ है। बहुत सारे लोग एक साथ होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ईमआई चुकाते हैं। प्रत्येक लोन की शर्तें, ब्याज दर और रीपेमेंट ऑप्शन अलग-अलग होती है। इस चक्कर में लोन लेने वाले को कई बार अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे बचा जा सकता है। सभी लोन की ईएमआई का सिंगल भुगतान विकल्प का चयन कर। आईए जानते हैं कि कई लोन की ईएमआई से छुटकारा पाकर सिंगल पेमेंट का विकल्प का चयन कैसे किया जा सकता है।
एक से अधिक ईएमआई होने का असर
जानकारों का कहना है कि अलग-अलग लोन की ईएमआई को ट्रैक रखना और समय पर भरना मुश्किल काम होता है। कई बार ईएमआई का भुगतान छूट जाता है या देर हो जाती है। इतना ही नहीं, हर महीने कई ईएमआई का भुगतान करना आपके मासिक बजट पर दबाव डालता है। किसी भी लोन का समय पर भुगतान नहीं करने पर जुर्माना, उच्च ब्याज शुल्क और क्रेडिट स्कोर खराब होने का डर होता है। इससे बचने के लिए सिंगल ईएमआई का विकल्प का चयन करना फायदेमंद होता है।
जब हम कई लोन को एक साथ चुकाने के बारे में सोच रहे हैं तो यह आवश्यक है कि आपको अपने लोन की पूरी समझ हो। यह भी जानकारी हो कि आप एक साथ इसे कैसे मैनेज करेंगे। कई लोन को एक साथ करने में सभी मौजूदा लोन की ईएमआई के साथ एक चुकाना होता है। यह रीपेमेंट प्रक्रिया को सरल बनाता है और कई लाभ भी प्रदान करता है।
कम ब्याज दर: कई लोन को एक साथ करने पर आप प्रत्येक ऋण पर व्यक्तिगत दरों की तुलना में कम ब्याज दर प्राप्त कर सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप ऋण अवधि में महत्वपूर्ण बचत हो सकती है।
सिंगल पेमेंट: विभिन्न उधारदाताओं से कई ईएमआई प्रबंधित करने के बजाय, आपको अपने सभी लोन के लिए केवल एक मासिक भुगतान करना होगा। इससे परेशानी कम हो जाती है और व्यवस्थित रहना आसान हो जाता है।
रीपेमेंट पीरियड: सभी लोन को एक साथ करने पर आपको अपने ऋण की पुनर्भुगतान अवधि बढ़ाने की अनुमति मिल जाती है, जिसके परिणामस्वरूप कम मासिक भुगतान और बेहतर नकदी प्रवाह प्रबंधन होगा।
बेहतर क्रेडिट स्कोर: एक साथ लोन का पुनर्भुगतान आपके क्रेडिट स्कोर पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
इस तरह सिंगल पेमेंट का विकल्प चुनें
- अपने सभी लोन का आकलन करें: सिंगल ईएमआई का विकल्प चुनने से पहले बकाया राशि, ब्याज दरों और पुनर्भुगतान शर्तों सहित अपने सभी लोन का पहले आकलन करें।
- रिसर्च करें: बाजार में उपलब्ध विभिन्न विकल्पों का पता लगाएं, जैसे पर्सनल लोन ट्रांसफर फैसिलिटी या बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा पेश किए गए लोन कंसॉलिडेशन स्कीम।
- नियम और शर्तों का मूल्यांकन करें: ब्याज दरों, प्रोसेसिंग शुल्क, रीपेमेंट पीरियड और पात्रता सहित नियमों और शर्तों की तुलना करें।
- कंसॉलिडेशन के लिए आवेदन करें: एक बार जब आप एक कंसॉलिडेशन का विकल्प चुन लेते हैं, तो ऋणदाता को आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपना आवेदन जमा करें। क्रेडिट मूल्यांकन से गुजरने और आय और रोजगार का प्रमाण देने के लिए तैयार रहें। इसके बाद आप सिंगल पेमेंट में अपने सभी लोन की ईएमआई का भुगतान कर पाएंगे। यह आपको कर्ज के जाल से बाहर निकालने में मदद करेगा।