म्यूचुअल फंड सिक्योरिटी मार्केट में निवेश करने का एक अच्छा तरीका है, जिससे निवेशकों को समय के साथ अच्छा रिटर्न मिल जाता है। इसकी सबसे खास बात यह होती है कि यह महंगाई या मंदी के समय में भी रिटर्न देना जारी रखता है। आज के समय में कई सारे अच्छे निवेशक इसमें निवेश कर रहे हैं। डायरेक्ट म्यूचुअल फंड में निवेश करने के क्या तरीके होते हैं, जिसका ध्यान रखना एक नए इन्वेस्टर के लिए जरूरी होता है। आइए जानते हैं।
रेगुलर और डायरेक्ट
जो निवेशक अपने दम पर निवेश करना पसंद करते हैं, वे डायरेक्ट प्लान सेलेक्ट करते हैं क्योंकि इसमें कमीशन नहीं देने पड़ता है। जो एजेंट के माध्यम से निवेश करना पसंद करते हैं, वे रेगुलर प्लान के माध्यम से निवेश करते हैं, जिसमें डायरेक्ट प्लान की तुलना में अधिक खर्च होता है।
डायरेक्ट प्लान में निवेश के तरीके
- एएमसी(Groww या ET Money जैसे प्लेटफॉर्म) की वेबसाइट पर विजिट करें, उसके बाद निवेशक 'डायरेक्ट प्लान' पर क्लिक करके आवेदन प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।
- आरटीए वेबसाइट/किसी अन्य डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म की मदद से।
- आप ऑफलाइन भी इसका विकल्प चुन सकते हैं। इसके लिए आपको संबंधित कार्यालय में जाना होता है, जहां इसकी सुविधा दी गई होती है।
इस तरीका भी करेगा काम
डायरेक्ट प्लान में जाने का दूसरा तरीका यह है कि रेगुलर प्लान में मौजूदा निवेश को उसी स्कीम के डायरेक्ट प्लान में बदल दिया जाए। इसमें एक योजना से मुक्ति और दूसरी योजना में निवेश शामिल होता है।
ध्यान देने योग्य बातें
- डायरेक्ट प्लान सहित म्यूचुअल फंड में किसी भी निवेश के लिए केवाईसी अनिवार्य है।
- प्रत्येक म्युचुअल फंड स्कीम व्यक्ति को रेगुलर और डायरेक्ट योजना प्रदान करती है।
- डायरेक्ट योजना का एनएवी रेगुलर योजना की तुलना में अधिक होता है।