स्वस्थ रहना हर किसी के लिए जरूरी है। लेकिन आज के समय में नई बीमारियों के सामने आने और इलाज का बढ़ते खर्च ने गंभीर बीमारी के इंश्योरेंस कवर की जरूरत को बल दिया है। हाल में टर्म इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस(Health Insurance) को लोगों ने काफी अपनाया है, लेकिन गंभीर बीमारी के इंश्योरेंस कवर (critical illness insurance) के मामले में ऐसा अभी नहीं है। गंभीर बीमारी का इंश्योरेंस कवर प्रोडक्ट कैसे काम करता हैं इसे समझना जरूरी है। लाइवमिंट की खबर के मुताबिक, यह मान लेना कि हेल्थ इंश्योरेंस ही पर्याप्त है तो ऐसा नहीं होना चाहिए, क्योंकि वह हर तरह की बीमारी को कवर करने में सक्षम नहीं है।
गंभीर बीमारी के इलाज पर एक बड़ा एकमुश्त फायदा
गंभीर बीमारी बीमा कवर उन लोगों के लिए जान बचाने जैसा साबित हो सकता है जो किसी गंभीर और लंबी बीमारी से पीड़ित हैं जिसके लिए महंगे इलाज की जरूरत होती है। एक गंभीर बीमारी बीमा पॉलिसी (critical illness insurance), किसी भी गंभीर बीमारी के इलाज पर एक बड़ा एकमुश्त फायदा उपलब्ध करती है। जीवन बीमा कंपनियां टर्म इंश्योरेंस या एंडोमेंट प्लान के साथ राइडर के रूप में गंभीर बीमारी बीमा ऑफर करती हैं।
कवर राशि पर फैसला है जरूरी
कितने की हो कवर राशि, इस पर फैसला लेना जरूरी है। इसके लिए कोई सामान्य नियम नहीं है। कोई इसे सालाना आय से जोड़ सकता है। गंभीर बीमारी के कारण नौकरी छूट जाने की स्थिति में यह कुछ सालों तक आर्थिक रूप से टिके रहने में मदद कर सकता है। हमेशा ऊंचा कवर खरीदना बेहतर है, लेकिन यह वास्तव में महंगा हो सकता है। इंश्योरेंस कंपनी आपको अपने अंडरराइटिंग क्राइटेरिया और आपकी मेडिकल स्टेटस के आधार पर बहुत अधिक गंभीर बीमारी कवर खरीदने से बैन भी कर सकती है।
15 से 20 बीमारियों को करते हैं कवर
मार्केट में मौजूद ऐसे सामान्य क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस (critical illness insurance) पॉलिसी करीब 15 से 20 बीमारियों को कवर करती हैं.खबर के मुताबिक, ऐसी पॉलिसी में कैंसर और किडनी फेल होने को कवर किया जाता है लेकिन वह अल्जाइमर या पार्किंसंस जैसी बीमारियों को कवर नहीं करती हैं। हालांकि लेकिन कुछ इंश्योरेंस कंपनियों ने अब क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस प्रोडक्स्ट लॉन्च किए हैं जो 64 या यहां तक कि 99 बीमारियों को कवर करते हैं। लेकिन ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसी महंगी हो सकती हैं.
खरीदने से पहले जुड़ी चीजों को डिटेल में जरूर पढ़ें
क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस प्रोडक्स्ट में बेनिफिट अलग-अलग लेवल के मिलते हैं। इसमें इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से पेमेंट की गई क्लेम राशि बीमारी की गंभीरता पर निर्भर करती है। एक निश्चित शर्त पॉलिसीधारक को शुरुआती कवर राशि के सिर्फ 25% या 50% के लिए ही एलिजिबिल बना सकती है। यह पूरी तरह से बीमारी के इलाज पर निर्भर करेगा कि वह बीमारी कितनी गंभीर है। सलाह है कि ऐसे प्रोडक्ट्स (critical illness insurance) को खरीदने से पहले प्रोडकट ब्रॉशर और दूसरी बिक्री से जुड़ी चीजों को डिटेल में जरूर पढ़ें। इससे आप यह समझ सकेंगे कि आप किस तरह का क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस प्रोडक्स्ट खरीद रहे हैं। पॉलिसी डॉक्यूमेंट में कवरेज की पूरी डिटेल होती है।
पॉलिसी डॉक्यूमेंट्स को ध्यान से एक बार जरूर पढ़ें ताकि पता लगे कि प्रोडक्ट क्या सुविधाएं दे रहा है। अगर कोई, किसी भी नियम और शर्तों से खुश नहीं है, तो वह फ्री लुक पीरियड के भीतर पॉलिसी को लौटा सकता है।