अगर आप भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपके पास हर महीने क्रेडिट कार्ड का स्टेटमेंट आता होता है। क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में वह डॉक्यूमेंट होता है, जिसमें कंपनी की ओर से लगाए गए हर चार्ज की डिटेल होती है। ऐसे में आपको क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। इसकी मदद से आप छुपे हुए चार्जेस का पता लगाकर पैसे भी बचा सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में क्या जानकारी होती हैं?
- क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में पेमेंट ड्यू यानी कितना बिल आपको जमा करना पूरी राशि लिखी होती है। इसके साथ ही पेमेंट ड्यू डेट लिखी होती है। इसका मतलब है कि कितनी तारीख तक बिल जमा करने पर आपको अतिरिक्त चार्ज का भुगतान नहीं करना होगा।
- मिनिमम अमाउंट ड्यू की राशि लिखी होती है। यह वह राशि होती है, जिसका आपको ड्यू डेट पर भुगतान करना ही है। एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक अगर कोई क्रेडिट कार्ड के मिनिमम अमाउंट का भुगतान नहीं करता है तो उस लेट फीस लगाई जाती है।
- क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में क्रेडिट लिमिट की जानकारी होती है। साथ ही बिलिंग साइकल की तारीखें भी लिखी होती हैं।
- क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में बिलिंग साइकल में किए गए लेनदेन की पूरी जानकारी होती है। इसके रिवॉर्ड्स और रिबेट्स की भी डिटेल्स होती हैं।
क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में जरूर चेक करें ये चीजें
कई बार क्रेडिट कार्ड कंपनियों की ओर से स्टेटमेंट में फाइनेंस चार्ज, फॉरेन ट्राजैक्शन फीस, बैलेंस ट्रांसफर फीस, कैश एडवांस फीस, लेट पेमेंट फीस, कार्ड रिप्लेसमेंट फीस और रिटर्न पेमेंट फीस जैसे छुपे हुए चार्ज लगा दिए जाते हैं। अगर आपके स्टेटमेंट में ऐसे चार्जेस आपको नजर आते हैं तो बैंक से बात कर इन चार्जेस को हटाने को लेकर बात करनी चाहिए। इन छुपे हुए चार्जेस को हटवाकर आप पैसे भी बचा सकते हैं।