Highlights
- अपने वित्तीय हालत को देखते हुए नए लोन के लिए करे आवेदन
- बिना बिल जनरेट के ना करें एडवांस पेमेंट
- क्रेडिट लिमिट का 30 फीसदी करें यूज
Cibil Score: बैंक (Bank) सभी व्यक्ति को लोन नहीं देते हैं। वो सिबिल स्कोर (Cibil Score) के आधार पर लोन का आवंटन करते हैं। अगर आप भी अपनी वित्तीय जरूरत को पूरा करने के लिए बैंक से लोन लेने की सोच रहे हैं तो आपको अपने सिबिल स्कोर को पहले ठीक कर लेना होगा। सिबिल स्कोर आपके क्रेडिट योग्यता को दर्शाता है, जिससे बैंक को ये पता लग पाता है कि आपको कितने रुपये तक का लोन दिया जा सकता है। यह 300 से लेकर 900 स्कोर का होता है। यह कैसे कम-ज्यादा होता है? कितने का सिबिल स्कोर होना अच्छा माना जाता है और सिबिल स्कोर को बेहतर कैसे बनाकर रख सकते हैं? आज इस विषय पर हम बात करने वाले हैं।
क्या है CIBIL स्कोर?
क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड (CIBIL) स्कोर व्यक्ति के क्रेडिट हिस्ट्री को एनालिसिस करने के बाद तैयार किया जाता है। यह अधिकतम 900 और न्यूनतम 300 तक हो सकता है। ज्यादातर बैंक 750 से कम सिबिल स्कोर होने पर लोन नहीं देते हैं। इसीलिए वित्तीय विभाग से जुड़े एक्सपर्ट व्यक्ति को सिबिल स्कोर 800 से अधिक बनाए रखने की सलाह देते हैं। 800 से अधिक सिबिल स्कोर मेंटेन रखने के लिए इन चार बातों का ध्यान रखना होता है।
अपने वित्तीय हालत को देखते हुए नए लोन के लिए करे आवेदन
सिबिल स्कोर खराब होना तब शुरु हो जाता है जब कर्जदाता किसी कारण से EMI चुकाना भूल जाते हैं या लेट पेमेंट करते हैं। ऐसा करने के पीछे एक ही कारण होता है कर्जदाता के पास समय से पैसे का इंतजाम नहीं हो पाना। ऐसी स्थिति पर एक्सपर्ट कहते हैं कि जब व्यक्ति के पास वित्तीय संकट हो तो उसे नए लोन के लिए आवेदन नहीं करना चाहिए। साथ भी पहले से लिए गए लोन को तय समय से चुका देना चाहिए। ऐसा करना भविष्य के लिए सिबिल स्कोर को मजबुत बनाता है।
क्रेडिट बिल पर बनाए रखें नजर
यदि आप क्रेडिट कार्ड से ज्यादातर ट्रांजैक्शन करते हैं तो आप अपने क्रेडिट रिपोर्ट का बीच-बीच में रिव्यू करते रहें। आज के समय में संबंधित बैंक के ऐप में क्रेडिट पेमेंट हिस्ट्री दिख जाती है। उससे आपको ये अंदाजा लग जाता है कि अगले महीने आपको कितने रुपये का बिल देना पड़ेगा। साथ ही जब आपका क्रेडिट बिल जेनेरेट हो जाए तो उसे तय समयसीमा के अंदर सबमिट कर दें।
बिना बिल जनरेट के ना करें एडवांस पेमेंट
मान लीजिए, आपने क्रेडिट कार्ड से कोई समान खरीदा है और बिल जनरेट होने से पहले आपके पास कहीं से पैसा आ जाता है तो उस पैसे को क्रेडिट कार्ड में डालने से बचें। क्रेडिट कार्ड में बार-बार एडवांस पेमेंट करना सिबिल स्कोर को खराब कर देता है। आप उस पैसे को अपने सेविंग अकाउंट में सुरक्षित रख सकते हैं। बाद में जब आपका बिल जनरेट हो जाए तो उस पैसे से क्रेडिट बिल पेमेंट कर दें।
क्रेडिट लिमिट का 30 फीसदी करें यूज
अगर आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 1 लाख रुपये है तो आप 30 हजार रुपये का इस्तेमाल हर महीने कर सकते हैं। ऐसा करना आपके सिबिल स्कोर को मजबुत बनाता है. अगर आप लिमिट का 80 से 100 फीसदी इस्तेमाल करते हैं तो वह आपके सिबिल स्कोर को कमजोर करने लगता है। अगर आप बिलकुल भी इस्तेमाल नहीं करते हैं तो यह भी सिबिल स्कोर को कम करने का काम करता है।