एक जमाना था जब भारत में लोग घूमने पर पैसे खर्च नहीं करते थे। आज जमाना है कि लोग घूमने में बेहद रुचि रखते हैं और वह लोन लेकर भी घूमने जाने से गुरेज नहीं करते। एक रिपोर्ट बताती है कि 62% भारतीय साल में दो से पांच बार यात्रा करते हैं। यह छोटी से लेकर इंटरनेशनल ट्रैवल भी शामिल होता है। ऐसे में बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान भी अब आकर्षक ब्याज दरों पर ट्रैवल लोन की सुविधा देते हैं। ट्रैवल लोन तेजी से पसंदीदा क्रेडिट ऑप्शन के तौर पर उभर हैं। लेकिन क्रेडिट कार्ड की तुलना में ट्रैवल लोन एक सस्ता रूप है, इसमें तेज़ी से भुगतान होता है, कम दस्तावेज होते हैं और रीपेमेंट की शर्तें लचीली होती हैं। अगर आप भी ट्रैवल लोन के लिए अप्लाई करने वाले हैं तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।
जितनी जरूरत उतना ही लोन लें
सिबिल के मुताबिक, सामान्य तौर पर ट्रैवल लोन 10,000 रुपये से लेकर 25,00,000 रुपये तक हो सकता है और इसकी ब्याज दरें 11% से 21% तक होती हैं। लोन राशि जितनी अधिक होगी, रीपेमेंट राशि उतनी ही अधिक होगी, इसलिए, यह आकलन करें कि कितनी राशि में आपके घूमने का खर्च पूरा हो जाएगा। इसके बाद ही लोन राशि तय करें।
अपने सुरक्षित बनाम असुरक्षित लोन के जोखिम को परखें
एक अच्छा क्रेडिट हिस्ट्री और हाई क्रेडिट स्कोर बनाए रखने के लिए सुरक्षित और असुरक्षित लोन का सही मिश्रण अहम है। अगर आपके पास पहले से ही बड़ी संख्या में सक्रिय असुरक्षित लोन (कॉलेटरल के बिना ऋण) हैं जैसे कि शिक्षा ऋण, कई क्रेडिट कार्ड, व्यक्तिगत ऋण आदि, तो यात्रा ऋण के साथ बोझ बढ़ाना उचित नहीं है। आपकी क्रेडिट रिपोर्ट पर असुरक्षित लोन ज्यादा होंगे तो आपके क्रेडिट स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं। यह भविष्य में लोन हासिल करने की आपकी संभावनाओं को बाधित कर सकते हैं। खास तौर से किसी आपात स्थिति के दौरान। ध्यान रखें पेमेंट की जाने वाली कुल ईएमआई आपकी मासिक इनकम का केवल 30% हो।
सभी दस्तावेज अपने पास रखें
ट्रैवल लोन लेने के लिए बहुत ज्यादा डॉक्यूमेंटेशन की ज़रूरत नहीं होती है, लेकिन अगर आप सैलरीड हैं तो कुछ जरूरी दस्तावेजों की ज़रूरत होती है जैसे कि आपका एड्रेस प्रूफ, आईडी प्रूफ, बैंक स्टेटमेंट, सैलरी स्लिप और पासपोर्ट साइज फोटो। अगर आप खुद का काम करते हैं या अभी तक नौकरी नहीं की है, तो जरूरतें अलग-अलग हो सकती हैं। कुछ बैंक या लोन देने वाला संस्थान आपकी आय, हवाई किराया, ठहरने की बुकिंग और यात्रा की योजना जैसी अतिरिक्त जानकारी भी मांग सकते हैं। अपने लेंडर से संपर्क करें और लोन के भुगतान में तेजी लाने के लिए अपने सभी दस्तावेज अपने पास रखें।
रीपेमेंट अवधि सावधानी से चुनें
आम तौर पर, ट्रैवल लोन पर रीपेमेंट अवधि लोन लेने के बाद 12 से 60 महीने के बीच होती है। इन अवधियों पर ब्याज दरें भी अलग-अलग होंगी। आप कम ब्याज दर वाली लंबी रीपेमेंट अवधि पर विचार कर सकते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि अगर आप अपेक्षाकृत ज्यादा ब्याज दर वाली छोटी चुकौती अवधि चुनते हैं, तो आपको ज़्यादा भुगतान करना होगा। अगर आपके पास बोनस जैसी कोई अतिरिक्त नकदी है, तो अगर आप ज्यादा भुगतान करना चाहते हैं, तो प्रीपेमेंट विकल्प के बारे में लेंडर के नियम और शर्तें भी देखें।