इस बार न करें यें गलतियां, अधिक फायदा उठाने के लिए अभी से शुरू करें टैक्स प्लानिंग
मेरा पैसा | 17 Mar 2021, 12:37 PMआप सैलरीड हैं, बिज़नेसमैन हैं, या आपको किसी भी अन्य सोर्स से इनकम हो रही है तो आपको अपने इनकम के मुताबिक टैक्स चुकाना पड़ता है।
आप सैलरीड हैं, बिज़नेसमैन हैं, या आपको किसी भी अन्य सोर्स से इनकम हो रही है तो आपको अपने इनकम के मुताबिक टैक्स चुकाना पड़ता है।
LIC की इस नई पॉलिसी का नाम LIC बचत प्लस (Bachat Plus) है। भारतीय जीवन बीमा निगम ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस नई बीमा पॉलिसी की घोषणा की है।
एलआईसी लोगों की हर तरह की जरूरतों को पूरा करने के लिए पॉलिसी ऑफर कर रही है। इसमें लोगों की अपनी जरूरतों, बच्चों का भविष्य से लेकर आश्रितों के लिए आर्थिक सुरक्षा शामिल है।
भारत सरकार कई ऐसी सरकार योजनाएं चला रही हैं जिसमें गारंटीड रिटर्न ऑफर किया जा रहा है। सरकारी योजनाएं होने की वजह से इसमें कोई जोखिम नहीं है, साथ ही इसमें निवेश पर टैक्स छूट भी ऑफर की जा रही है।
टैक्स और इनवेस्टमेंट विशेषज्ञों के मुताबिक, रिटायरमेंट फंड का निर्माण करने के लिए दोनों ही अच्छे इनवेस्टमेंट टूल हैं, लेकिन यदि कोई अधिक जोखिम उठाने में सक्षम है और वह अधिक पैसा बनाना चाहता है तब उसके लिए पीपीएफ से बेहतर एनपीएस होगा।
देश के प्रमुख बैंकों ने अपनी होम लोन दरों को घटाकर एक दशक के निचले स्तर पर ला दिया है। इनमें भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक शामिल हैं।
स्कीम के तहत 35 फीसदी तक का निवेश मनी मार्केट के साथ फिक्स्ड रेट डेट सिक्योरिटीज में भी किए जाने की योजना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कोई निवेशक 14 से 16 प्रतिशत का वार्षिक रिटर्न हासिल करना चाहता है तो उसे कम से कम 25 साल तक निवेशित रहने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
सब्सक्राइबर कुछ खास जरूरतों के लिए एनपीएस से एक निश्चित रकम निकाल सकते है, और अपनी आर्थिक जरूरत पूरी कर सकते हैं। हालांकि सब्सक्राइबर एक बार में अपने योगदान के 25 प्रतिशत से ज्यादा की निकासी नहीं कर सकते।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर की घोषणा चार मार्च को कर सकता है।
आमतौर पर समझा जाता है कि सालाना आय का कम से कम 10 गुना जीवन बीमा कवर लेना चाहिए। हम इन तीन तरीकों से ही सम एश्योर्ड तय कर सकते हैं...
सेबी के रजिस्टर्ड टैक्स और इनवेस्टमेंट एक्सपर्ट के मुताबिक 10 साल से अधिक लंबे समय के लिए म्यूचुअल फंड निवेश बहुत अच्छा विकल्प है।
देश की सबसे बड़ी सरकारी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) कई दशकों से ग्राहकों को उनकी जरूरत को लेकर प्लान पेश करती रही है।
एक्टिव हेल्थ पॉलिसी के अपग्रेड वर्जन में ग्राहकों के लिए रिवार्ड्स और बीमित रकम के 100 फीसदी तक के बराबर री-लोड करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
ईपीएफओ ने अपने सदस्यों के जीवन को और ज्यादा सुगम बनाने के लिए व्हाट्सएप आधारित हेल्पलाइन-सह-शिकायत निवारण प्रणाली की शुरुआत की है।
होम लोन के लिए ब्याज दरें 6.75 प्रतिशत से शुरू हैं। वहीं 30 लाख रुपये के 20 साल के लोन के लिए ईएमआई 22811 रुपये से शुरू हैं। इसके अलावा बैंक लोन के लिए प्रोसेसिंग फीस भी ले रहे हैं। जो कुल कर्ज रकम के आधा प्रतिशत या उससे ज्यादा है।
इस योजना के तहत कम से कम 1,000 रुपये, 2000 रुपये, 3000 रुपये, 4000 रुपये और अधिक से अधिक 5,000 रुपये मासिक पेंशन मिल सकती है। केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरुआत मई 2015 में की थी।
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि ईपीएफओ वित्त वर्ष 2020-21 के लिए ईपीएफ जमा पर ब्याज की दर में कुछ कटौती कर सकती है।
ईपीएफओ के एक अधिकारी ने कहा कि लगभग 8 से 10 प्रतिशत पीएफ सब्सक्राइर्ब्स को उनके खाते में ब्याज की राशि अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।
देश के 8 करोड़ पीएफ खाता धारकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब ईपीएफओ धारकों के लिए अपना अकाउंट बैलेंस पता करना आसान हो गया है।
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