नई दिल्ली। कार्तिक की उम्र 28 साल है और उसके पास बचत के रूप में केवल बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट है, जिसका उपयोग वह अपनी शादी के खर्च के लिए करेगा, जो कि तीन महीने दूर है। अधिकांश युवाओं की तरह कार्तिक भी शादी के बाद वित्तीय सुरक्षा को लेकर असमंजस में है। उसके दोस्तों ने उसे सबसे पहले एक इंश्योरेंस कवर खरीदने की सलाह दी है। लेकिन कार्तिक टर्म इंश्योरेंस और होल लाइफ इंश्योरेंस के बीच फंस गया है। ऐसे में कार्तिक इन दोनों में से किसका चुनाव करे और इन दोनों प्रोडक्ट्स के क्या फायदे और नुकसान हैं, ये बताने जा रहा है इंडिया टीवी पैसा आज आपको।
क्या है टर्म इंश्योरेंस
टर्म इंश्योरेंस को बाजार में उपलब्ध सबसे सस्ता प्लान माना जाता है। टर्म पॉलिसी को प्योर प्रोटेक्शन प्लान भी कहा जाता है और मूलरूप से इसे अप्रत्याशित परिस्थितियों से आपको बचाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह उन लोगों के लिए उपयुक्त होता है जो सामान्य स्वास्थ्य स्थिति के साथ नहीं हैं और यह तीन प्रकार सम एश्योर्ड, लेवल बेनेफिट, इनक्रीजिंग बेनेफिट और डिक्रीजिंग बेनेफिट में आते हैं।
ये कैसे काम करता है
टर्म इंश्योरेंस खरीदने से पहले जो चीज सबसे पहले तय करनी चाहिए वो होती है सम एश्योर्ड। यह आपकी लाइफस्टाइल और मौजूदा लोन के आधार पर तय होता है। बीमित व्यक्ति की असमय मौत पर सम एश्योर्ड का उपयोग लोन चुकाने में किया जा सकता है। टर्म इंश्योरेंस में मैच्योरिटी बेनेफिट नहीं मिलता है। टर्म इंश्योरेंस के साथ कुछ राइडर्स खरीदे जा सकते हैं, जो कि मैच्योरिटी पर प्रीमियम दे सकते हैं। यदि बीमित व्यक्ति मैच्योरिटी से पहले ही मर जाता है तो उसके नॉमिनी को सम एश्योर्ड की राशि मिलती है।
क्या है होल लाइफ इंश्योरेंस
होल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी एक इन्वेस्टमेंट होती है और यह एक व्यक्ति को उसके संपूर्ण जीवन या 100 साल, जो भी पहले आए, के लिए सुरक्षा प्रदान करती है।
कैसे काम करती है ये
इस पॉलिसी का खरीदार हर साल प्रीमियम का भुगतान करता है। इस प्रीमियम का एक हिस्सा सुरक्षा के लिए होगा और शेष कंपनी में इन्वेस्ट किया जाता है। यदि कंपनी को फायदा होता है तो पॉलिसी धारक को निवेश किए गए धन पर बोनस मिलेगा। इसके साथ ही वैल्यू के आधार पर इन्वेस्टमेंट बढ़ता है और यह खरीदार को उसी अनुपात में रिटर्न देता है। आमतौर पर सम एश्योर्ड वैल्यू को पॉलिसी की मैच्योरिटी पर हासिल किया जाता है। मैच्योरिटी से पहले पॉलिसी धारक की मौत पर नॉमिनी को सम एश्योर्ड राशि मिलती है। होल लाइफ पॉलिसी विभिन्न पैकेज में आती है, जैसे लिमिटेड भुगतान, मनी बैक के साथ लिमिटेड भुगतान और रेगूलर भुगतान विकल्प।
टर्म विरुद्ध होल लाइफ
टर्म और होल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के बीच चुनाव वास्तव में खरीदार के जीवन चरण पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, टर्म इंश्योरेंस अविवाहित व्यक्ति के लिए बेहतर होता है, वह कम प्रीमियम पर हाई रिस्क कवर हासिल कर सकता है। 10 लाख रुपए का कवर तकरीबन 2500 रुपए सालाना प्रीमियम पर मिल सकता है। दो बच्चों के साथ विवाहित व्यक्ति के लिए टर्म राइडर के साथ होल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी बेहतर विकल्प है। होल लाइफ प्लान एक ओर जहां बचत करेगा और जरूरत के समय धन उपलब्ध कराएगी, वहीं टर्म राइडर कम लागत पर बहुत जरूरी अतिरिक्त सुरक्षा कवर प्रदान करेगा। एक सामान्य होल लाइफ पॉलिसी उस विवाहित व्यक्ति के लिए बेहतर है, जो 40 साल के हैं और उसके बच्चे अभी छोटे हैं। इसकी साधारण वजह है कि वह कम लागत पर अपने पूरे जीवन को कवर कर पाएगा।
क्या है बेहतर कैसे करें निर्णय
जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि यह पूरी तरह से आपके जीवन चरण पर निर्भर करता है। यदि आप अविवाहित हैं तो टर्म इंश्योरेंस खरीदें। एक सामान्य होल लाइफ इंश्योरेंस 40 या इससे अधिक उम्र के विवाहित व्यक्ति के लिए सही विकल्प है। सामान्य होल लाइफ के साथ टर्म राइडर उन विवाहित व्यक्तियों को लेना चाहिए जो 40 साल से कम उम्र के हैं। होल लाइफ पॉलिसी खरीदार को अपने डिपेंडेंट्स के भविष्य के लिए बचत प्रदान करती है लेकिन इसी समय आपको रिस्क कवर के लिए काटी जाने वाली राशि पर सावधानी बरतनी चाहिए। रिस्क कवर के लिए काटी जाने वाली राशि को न्यूनतम रखने को प्राथमिकता देनी चाहिए। पॉसिली की सरेंडर वैल्यू भी पता करें और यह भी पता जरूर करें कि क्या यह बिना किसी पैनाल्टी के विथड्रॉवर सुविधा देती है या नहीं।
टर्म इंश्योरेंस के अन्य फायदे
टर्म इन्श्योरेंस लेना आसान भी है और फायदेमंद भी। एक ओर यह इनडोमेंट पॉलिसी या मनी बैक पॉलिसी के मुकाबले काफी सस्ती होती हैं। आप कम प्रीमियम देकर अपने परिवार के लिए ज्यादा बीमा कवर हासिल कर सकते हैं। हालांकि इस पॉलिसी में तब तक कुछ नहीं मिलता है, जब तक पॉलिसीहोल्डर के साथ किसी प्रकार की अनहोनी ना हो जाए। इसमें पॉलिसी होल्डर की डेथ की स्थिति में ही परिवार को बड़ी रकम मिलती है।फाइनेंशियल प्लानर के अनुसार यह प्लान उन लोगों को लेना चाहिए जिनके ऊपर फैमिली की जिम्मेदारी आ गई है। अगर आपकी शादी हो गई है और परिवार में बीवी-बच्चे व माता-पिता है, जो पूरी तरह से आप पर निर्भर हैं तो आपको यह प्लान लेना चाहिए।