नई दिल्ली। इंटरनेट ने हमारी जिंदगी काफी आसान बना दी है। खासतौर पर इंश्यारेंस या दूसरे फाइनेंशियल प्रोडक्ट की बात करें, तो अब हमें न तो एजेंट की राह तकनी पड़ती है और न ही प्रीमियम कैल्कुलेशन के लिए इंश्योरेंस की किताबें पढ़नी पड़ती हैं। इतना ही नहीं डायरेक्ट सेलिंग के चलते ऑनलाइन पॉलिसी काफी सस्ती पड़ती है। यही कारण है कि आजकल लोग इंश्योरेंस भी ऑनलाइन खरीदते हैं। लेकिन ऑनलाइन इंश्यारेंस खरीदने से पहले कुछ चीजें ध्यान रखनी बहुत जरूरी हैं, जिससे भविष्य में क्लेम या दूसरी जरूरत के वक्त मुश्किल नहीं आती। इंडिया टीवी पैसा की टीम अपने रीडर्स को आज इन्हीं जरूरी बातों के बारे में बता रही है, जो आपका भविष्य सुरक्षित बना सकती है।
ऑनलाइन सबके लिए नहीं है
ऑनलाइन पॉलिसी खरीदना आसान है, लेकिन हर कोई ऑनलाइन नहीं खरीद सकता। केवल स्टैंडर्ड केस ही ऑनलाइन मिलते हैं। उदाहरण के तौर पर 45 वर्ष की आयु से ऊपर के लोग या फिर जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है वो लोग ऑनलाइन हैल्थ इंश्योरेंस नहीं खरीद सकते है। कुछ कंपनियां 5 साल से ज्यादा पुराने वाहनों का इंश्योरेंस नहीं करती जब तक की उसे वही इंश्योरर रिन्यू नहीं कराता। जब जीवन बीमा खरीदते हैं तो केवल प्योर टर्म पॉलिसी, या फिर यूलिप प्लान भी ऑनलाइन खरीदें जा सकते हैं। अधिकांश सेविग प्रोडक्ट्स ऑनलाइन नहीं खरीदे जा सकते हैं।
खरीदने से पहले कीमतों में तुलना जरूर कर लें
आजकल एग्रीगेटर की वेबसाइट या फिर ऑनलाइन इंश्योरेंस ब्रोकर की वेबसाइट पर इंश्योरेंस कंपनी की ओर से ऑफर की जाने वाली कीमतें एक जैसी ही होती है। चाहे आप एग्रीगेटर से खरीदें या फिर ऑनलाइन या फिर ऑनलाइन ब्रोकर से, प्रीमियम पेमेंट केवल इंश्योरर वेबसाइट पर ही होती हैं। ऐसा ट्रांजेक्शन की सुरक्षा के लिहाज से किया जाता है।
प्रीमियम एक, कवर ज्यादा
ऐसा जीवन बीमा के साथ होता है। कुछ कंपनियों में आपने देखा होगा कि कम मूल्य का एश्योर्ड कवर पर आपको ज्यादा प्रीमियम देना पड़ता है ऊंचे मूल्य एश्योर्ड कवर की तुलना में। ऐसा अक्सर 50 लाख के एश्योर्ड मूल्य पर होता है और कभी कभी ऊंचे एश्योर्ड मूल्य पर भी। उदाहरण के तौर पर अगर 35 वर्षीय व्यक्ति 20 साल के लिए पॉलिसी देख रहा है तो उसे पता चलेगा कि 40 लाख के एश्योर्ड मूल्य का प्रीमियम 50 लाख के एश्योरेड मूल्य के प्रीमियम से कुछ ज्यादा है।
कीमतों के साथ ही सर्विसेस पर भी करें गौर
ऑनलाइन खरीदारी की ओर लोग इसलिए बढ़ते हैं क्योंकि उन्हें एक ही जगह पर कई प्रोडक्ट्स की तुलना करने की सुविधा मिल जाती है। कीमतों में तुलना तो महत्वपूर्ण है ही, लेकिन खरीदारी के समय कंपनी की सर्विसेज पर भी विशेष ध्यान दें। हेल्थ पॉलिसी लेते वक्त उसके नेटवर्क हॉस्पिटल, क्लेम रिस्पॉन्स पर भी ध्यान देना जरूरी है। एक सस्ती पॉलिसी के लालच में न पड़े। वो किसी काम की नहीं होती है। उदाहरण के तौर पर अगर कंपनी केवल 50 फीसदी क्लेम को ही तय समय सीमा में सेटल कर पाती है तो उसे लेना नासमझी होगा।
कहां से खरीदें
ऑनलाइन इंश्योरेंस किसी भी ऑनलाइन ब्रोकर या फिर सीधे इंश्योरेंस कंपनी से खरीद सकते हैं। अगर लेने से पहले किसी भी असमंजस में है तो वेबसाइट पर तुलना जरूर कर लें। ऐसा करने से आपके सामने कई विकल्प होते हैं। और आप बेहतर चुनाव कर पाते हैं। इसका एक नुकसान भी होता है कि वेबसाइट्स को आपकी निजी जानकारी तक का एक्सेस मिल जाता है। यदि कोई इंश्योरेंस कंपनी आपको किसी भी तरह की छूट ऑफर कर रहा है तो ध्यान रखें कि वह इसके बदले फीचर्स कम कर देता है।