नई दिल्ली। मकान खरीदें या किराये पर लें, यह एक ऐसा प्रश्न है, जो देश के करोड़ों परिवारों को परेशान किए रहता है। देश के प्रमुख शहरों में एक मकान की औसत कीमत में गत वर्ष के मुकाबले 3.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी आई है, जबकि इस दौरान किराये में 4.9 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। यही रुझान आगे भी बना रहेगा। अर्थयंत्र कॉरपोरेशन ने अपनी वार्षिक क्रय बनाम किराया रिपोर्ट (बाय वर्सेस रेंट रिपोर्ट) के पांचवें संस्करण में यह जानकारी दी है।
अर्थयंत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नितिन बी व्याकरणम ने कहा,
अर्थयंत्र में हम रियल एस्टेट के मूल्यों में अगले 6 से 12 महीनों के दौरान सुधार की उम्मीद कर रहे हैं। इस अवधि के दौरान ग्राहक अपने मकान खरीदने के फैसलों को अंजाम नहीं देंगे। परिणामस्वरूप, मकानों के किरायों पर वृद्धि के लिए दबाव बनेगा, क्योंकि लोग कुछ और समय किराये के मकानों में रहकर, थोड़ा इंतजार करके स्थिति का जायजा लेना चाहेंगे।
- इंदौर, कोच्चि, जयपुर तथा लखनऊ मकान खरीदने अथवा किराये पर लेने के हिसाब से अधिक किफायती पाए गए।
- जबकि हैदराबाद तथा अहमदाबाद भी उतने ही किफायती हैं।
- मुंबई अब भी मकान खरीदने या किराये पर लेने की द़ष्टि से सबसे अधिक महंगा शहर है, जिसके बाद दूसरे स्थान पर दिल्ली है।
संपत्ति कीमत में उतार-चढ़ाव पर अलर्ट भेजेगा प्राइस फ्लैश इंजन
- प्रॉपर्टी वेबसाइट मैजिकब्रिक डॉट कॉम ने अत्याधुनिक प्रॉपर्टी प्राइस मूवमेन्ट ट्रैकर प्राइस फ्लैश इंजन लॉन्च करने की घोषणा की है।
- यह अनूठा उपकरण घर के खरीदारों को उस संपत्ति को लेकर कोई अच्छी डील आती है तो उसकी जानकारी देता है।
- यह इंजन मैजिकब्रिक डॉट कॉम के समृद्ध डेटा पर काम करता है और संपत्ति की कीमतों पर निगरानी बनाए रखने के लिए अत्याधुनिक एल्गोरिदम का इस्तेमाल करता है।
- जैसे ही संपत्ति की कीमत में कोई उतार-चढ़ाव आता है या अच्छी डील आती है तो तुरन्त उपभोक्ता को अलर्ट भेजता है।