नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले सरकार ने लघु बचत योजनाओं जैसे लोक भविष्य निधि (पीपीएफ), किसान विकास पत्र और सुकन्या समृद्धि योजना के लिए अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर चालू वित्त वर्ष की एक अक्टूबर से शुरू होने वाली तीसरी तिमाही की ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया गया है। ये दरें दूसरी तिमाही में अधिसूचित दरों पर ही कायम रहेंगी। पिछले साल अप्रैल से लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को तिमाही आधार पर संशोधित किया जाता है। केंद्रीय बैंक चार अक्टूबर को अपनी मौद्रिक समीक्षा पेश करेगा।
लोक भविष्य निधि में बचत पर सालाना 7.8 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा। किसान विकास पत्र में निवेश पर 7.5 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। यह 115 महीनों में परिपक्व होगा। वहीं सुकन्या समृद्धि खातों पर 8.3 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज मिलेगा। इसी तरह पांच साल की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर भी 8.3 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा। वरिष्ठ नागरिक योजना में ब्याज का भुगतान तिमाही आधार पर किया जाता है। माना जा रहा है कि इस कदम के बाद बैंक भी अपनी जमा दरों में संशोधन कर सकते हैं।